CG Budget 2023: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 6 मार्च को विधानसभा में पेश करेंगे छत्तीसगढ़ का बजट
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 1 मार्च से प्रारंभ हो रहा है। वहीं सत्र 1 मार्च से शुरू होकर 24 मार्च तक चलेगी। इस बीच सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बजट सत्र के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होगी
CG Budget Session 2023- 24: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 1 मार्च से प्रारंभ हो रहा है। वहीं सत्र 1 मार्च से शुरू होकर 24 मार्च तक चलेगी। इस बीच सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बजट सत्र के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होगी। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि बजट 6 मार्च को पेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2023- 24 का बजट पेश करेंगे। द्वितीय मांग 1 मार्च को पेश किया जाएगा। इस बीच विनियोग विधेयक पर भी चर्चा होगी। बता दें कि होली के बाद से सत्र पुनः शुरू होगा। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बताया कि अब तक 1730 प्रश्न आ चुके हैं, जिसमें तारांकित प्रश्न 889 हैं, अतारांकित प्रश्न 741 शामिल हैं। वहीं 13 से 22 तक बजट पर चर्चा होगी।
बता दें कि विधानसभा एप के माध्यम से बजट की पूरी जानकारी मिलेगी। वहीं विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए दर्शक दीर्घा इस बार पूरी तरह से खुलेगा। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस कार्यकाल का यह अंतिम बजट होगा।
बजट 1 लाख करोड़ से अधिक का हो सकता है -
बता दें कि बजट 1 लाख करोड़ से अधिक का हो सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कृषि विभाग, गृह विभाग, स्वास्थ्य रोजगार, संबंधित अलग-अलग विभागों के मंत्रियों और अधिकारियों से सलाह कर बजट का अंतिम स्वरूप तैयार कर चुके हैं।
यह सौगातें मिल सकती हैं -
बता दें कि बजट 2023 में लोगों को कई तरह की सौगात मिल सकती है। वहीं वित्त विभाग के आला अधिकारियों की मानें तो सरकार इस बार कोई भी नया कर नहीं लगाएगी। इस तरह से सरकार लोगों को बड़ी राहत दे सकती है और साथ ही अनियमित कर्मचारियों के लिए भी सरकार के कुछ राहत भरे निर्णय हो सकते हैं।
शिक्षा, कृषि और महिलाओं से जुड़ी घोषणाएं भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर सकते हैं। बताते चलें कि किसानों का भी इस बजट में खास ख्याल रखा जा सकता है, क्योंकि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में तख्तापलट करने में किसानों की बड़ी भूमिका रही है। सरकार ने तब किसानों का कर्ज भी माफ किया था।