CG Budget Session 2023: बजट सत्र की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित, राज्यपाल का अभिभाषण 20 मिनट में समाप्त
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही गुरुवार 2 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण 20 मिनट में समाप्त हुआ। सदन की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगी
Chhattisgarh Budget Session 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही गुरुवार 2 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण 20 मिनट में समाप्त हुआ। सदन की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगी। वहीं नवनियुक्त राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने पदभार संभालने के बाद पहली बार अभिभाषण दिया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के 16वें सत्र को संबोधित करने विधानसभा पहुंचे राज्यपाल श्री बिस्वभूषण हरिचंदन।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) March 1, 2023
राज्यपाल के विधानसभा पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel, विधानसभा अध्यक्ष @DrCharandas तथा नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल ने उनका स्वागत किया।#Chhattisgarh pic.twitter.com/Q36nQzzLlx
बता दें कि विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण से पहले विपक्षी पार्टी का हंगामा शुरू हो गया। विधायक धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि, जिस सरकार को राज्यपाल पर भरोसा नहीं है वह उनसे भाषण कैसे करवा सकते हैं।
राज्यपाल हंगामे के बीच कर रहे अभिभाषण -
वहीं धरमलाल कौशिक ने कहा कि अध्यक्ष महोदय राज्यपाल के खिलाफ यह सरकार कोर्ट में गई है। वहीं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के तीन सचिव आपके खिलाफ कोर्ट में हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आपको राज्यपाल की मान्यता देती है या नहीं।
बता दें कि विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि राज्यपाल आप अंग्रेजी में भाषण मत दीजिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण इंग्लिश में है, लेकिन इसे हिंदी में करना चाहिए। कोई भी इसे सुन नहीं रहा है, जब किसी को समझ में ही नहीं आएगा तो इस अभिभाषण का क्या मतलब है।
बजट सत्र शुरू होने से पहले कार्य मंत्रणा समिति की हुई बैठक -
बता दें कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में विधानसभा समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। वहीं बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, विधानसभा के उपाध्यक्ष संतराम नेताम समेत समिति के अन्य सदस्य उपस्थित हैं। वहीं एक मार्च से 24 मार्च तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी।
मुख्यमंत्री और वित्त्त विभाग के भारसाधक मंत्री भूपेश बघेल छह मार्च को अपने कार्यकाल का अंतिम बजट प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बजट सत्र की अवधि बढ़ाने का भी संकेत दिया है। डॉ. चरणदास महंत ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बजट सत्र और भी बड़ा हो सकता था, क्योंकि वित्त्तीय वर्ष 2023-24 का यह अंतिम बजट है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत जी की अध्यक्षता में आज यहां विधानसभा के समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आयोजित की गई। pic.twitter.com/fZaX4HkMEJ
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 1, 2023
उन्होंने बताया कि विधानसभा ने बजट की सभी सूचनाओं के लिए एक एप तैयार किया है, इस एप में बजट से जुड़ी सारी जानकारियां रहेंगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा की दर्शक दीर्घा को कोरोना काल से बंद कर दिया गया है। लेकिन इस सत्र से दर्शक भी वहां पर उपस्थित रहकर विधानसभा की कार्रवाईयां देख सकेंगे।
डॉ. महंत ने आगे कहा कि इस बजट सत्र में सत्त्ता पक्ष की तरफ से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा जाएगा। वहीं कानून व्यवस्था, पीएम आवास, कांग्रेस नेताओं पर पड़े ईडी के छापों समेत अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने का प्रयत्न करेगा।
छत्त्तीसगढ़ का इस तरह बढ़ा बजट -
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने साल 2001 में पहला बजट साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए का प्रस्तुत किया था, जो कि अनुपूरक को मिलाकर पांच हजार 705 करोड़ रुपए का हुआ था। वहीं बजट का आकार पहली बार साल 2014-15 में 50 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंचा। वहीं अनुपूरक को मिलाकर इस बजट का कुल आकार 54 हजार 710 करोड़ रुपए हुआ था।
डॉ. रमन सिंह ने जब साल 2018 में अपनी सरकार का अंतिम बजट प्रस्तुत किया, तब इस बजट का आकार 83 हजार 179 करोड़ रुपए तक पहुंचा था। बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साल 2019 में अपना पहला बजट 90 हजार करोड़ रुपए से अधिक का प्रस्तुत किया। 2022-23 में इस बजट का आकार एक लाख चार हजार करोड़ रुपए हो चुका है।
धारा 144 लागू -
बता दें कि छत्तीसगढ़ की पांचवीं विधानसभा का सोलहवां सत्र एक मार्च से 24 मार्च तक तय किया गया है। वहीं इस दौरान अवंतिबाई चौक से वीआईपी तिराहा- विधानसभा जीरो प्वाईंट तक, ज्ञानगंगा स्कूल टर्निंग बलौदा बाजार रोड से विधानसभा जीरो प्वाईंट तक, कचना मोड़ से धनेली मोड़ तक तथा बरोदा चौक से विधानसभा जीरो प्वाईंट तक दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू रहेगी।
वहीं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा भवन में शासकीय कार्य सुचारू रूप से शांतिपूर्वक संपन्न कराए जाने के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन द्वारा उक्त क्षेत्र में सभा, प्रदर्शन, जुलूस, समारोह एवं अन्य प्रकार के किसी भी प्रदर्शनों के लिए एक मार्च से 24 मार्च तक इस क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है।