घटना छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की है, जहां एक पिता ने अपनी बेटी को बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। बता दें कि अपनी बेटी को बचाने के लिए एक पिता दो भालुओं से लड़ गया। भालुओं को खदेड़ कर किसी तरह अपनी बेटी की जान बचाई और उसे उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल अभी बालिका का उपचार जारी है।
वहीं वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना एक फरवरी को सीतानदी उदंती टाईगर के अरसीकन्हार रेंज अंर्तगत ग्राम टोटाझरिया के जंगल की है। बता दें कि टोटाझरिया निवासी 14 वर्षीय बालिका कंचन अपने पिता मुरली के साथ गांव के पास जंगल में लकड़ी लेने के लिए गई हुई थी।
वहीं जंगल में कंचन अपने पिता के साथ लकड़ी बिन रही थी कि तभी अचानक दो भालुओं ने पहले कंचन के पिता पर हमला करने की कोशिश की। जब पिता ने किसी तरह भालुओं को खदेड़ा तो भालुओं को देख बच्ची डर कर भागने लगी और गिर गई। भालुओं ने इसके बाद बच्ची के ऊपर हमला कर दिया।
कंचन ने अपने बचाव के लिए पास में मौजूद अपने पिता को आवाज लगाई। अपनी बेटी पर भालुओं द्वारा हमला देख कर मुरली अपनी बेटी को बचाने के लिए भालुओं से लड़ गया और किसी तरह भालुओं को खदेड़ा। इस तरह दोनों की सूझबूझ से पिता और बेटी की जान बच गई।
वहीं इस घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल बच्ची को एंबुलेंस से उपचार के लिए सिविल अस्पताल नगरी में भर्ती कराया। एसडीओ बीके लकड़ा, वन परिक्षेत्र अधिकारी सहित वन विभाग के अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहीं परिजनों को पांच हजार की सहायता राशि तत्काल प्रदान की गई। First Updated : Wednesday, 01 February 2023