चिराग पासवान: बिहार से आगे बढ़कर देश की राजनीति में धमाल मचाने की तैयारी!
Chirag Paswan: चिराग पासवान ने इंडिया टुडे मुंबई कॉन्क्लेव में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि वे सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहना चाहते और अपनी पार्टी का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं. जाति जनगणना, लेटरल एंट्री नीति और आगामी झारखंड चुनावों पर भी उन्होंने अपनी राय रखी. चिराग ने एनडीए पर विश्वास जताते हुए 2025 के बिहार चुनावों में जीत का दावा किया. जानें चिराग की राजनीति को आगे बढ़ाने की सोच और उनकी चुनौतीपूर्ण यात्रा के बारे में!
Chirag Paswan: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इंडिया टुडे मुंबई कॉन्क्लेव में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर चर्चा की. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे खुद को केवल बिहार तक सीमित नहीं रखना चाहते, बल्कि उनकी नजरें राष्ट्रीय स्तर पर हैं. इस सत्र में उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की जिसमें जाति जनगणना, लेटरल एंट्री और अपनी पार्टी के विस्तार योजनाएं शामिल हैं.
चिराग पासवान ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), बिहार से बाहर भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता ने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया, लेकिन आज का दृश्य अलग है. मैं खुद को बिहार तक सीमित नहीं रखना चाहता.'
उन्हें आगामी झारखंड चुनावों का भी ध्यान है, जहां उनकी पार्टी के कार्यकर्ता पहले से तैयारी कर रहे हैं. पासवान ने बताया कि उनकी पार्टी के नागालैंड में पहले से ही दो विधायक हैं, जो इस बात का सबूत है कि वे अपने दायरे का विस्तार कर रहे हैं.
जाति जनगणना का समर्थन
चिराग पासवान ने जाति जनगणना के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. उन्होंने कहा, 'जाति जनगणना होनी चाहिए क्योंकि सरकारी नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सही आंकड़ों की जरूरत होती है.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिहार में जाति जनगणना के पक्ष में एनडीए का भी समर्थन था.
लेटरल एंट्री पॉलिसी पर आपत्ति
चिराग ने नौकरशाही में लेटरल एंट्री पॉलिसी का विरोध करते हुए कहा कि इस नीति से समाज के कमजोर वर्गों में अशांति फैल रही थी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले को वापस लेने की सराहना की.
अग्निवीर योजना पर विचार
अग्निवीर योजना के बारे में चिराग ने अपनी चिंताओं का जिक्र किया, लेकिन बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बातचीत के बाद उनकी शंकाएं दूर हो गईं. उन्होंने कहा, 'मैं इसका समर्थन करता हूं.'
2025 बिहार चुनाव और गठबंधन की राजनीति
चिराग पासवान ने आगामी 2025 बिहार चुनावों के लिए एनडीए पर विश्वास व्यक्त किया. उन्होंने कहा, 'मैं अपने पिता का बेटा हूं और मैं विश्वास रखता हूं कि एनडीए बिहार में फिर से सरकार बनाएगी.' मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनाव मौजूदा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
समाज के कमजोर वर्गों के प्रति प्रतिबद्धता
चिराग ने समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, लेकिन उन्होंने जाति से परे जाकर समुदाय की बात भी की. उन्होंने कहा, 'मैं दलित वर्ग से आता हूं, लेकिन मैं जाति की बात नहीं करता. मेरे लिए युवा और महिलाएं महत्वपूर्ण हैं.'
पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती
आखिर में, चिराग ने अपनी पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी एक बार टूट गई थी, लेकिन क्या मेरी पहचान खत्म हो गई? मैं रामविलास का बेटा हूं और मैं खुद को फिर से बनाता रहूंगा.'
इस सत्र में चिराग पासवान ने अपने विचारों से यह साबित कर दिया कि वे केवल बिहार तक सीमित नहीं रहना चाहते है बल्कि देश की राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का इरादा रखते हैं.