स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी पर बोले सीएम गहलोत, कहा-भारत जोड़ो यात्रा के बढ़ते समर्थन से परेशान है भाजपा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारत जोड़ो यात्रा के बढ़ते समर्थन से परेशान है, उनका मकसद खलल डालना है। उन्होंने पीएम मोदी की रैली का जिक्र करते हुए कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिपुरा में रैली की थी, तब कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ था। यदि बिना राजनीतिक उद्देश्य के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता वैध है, तो उन्हें पहले पीएम को पत्र लिखना चाहिए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारत जोड़ो यात्रा के बढ़ते समर्थन से परेशान है, उनका मकसद खलल डालना है। उन्होंने पीएम मोदी की रैली का जिक्र करते हुए कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिपुरा में रैली की थी, तब कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ था। यदि बिना राजनीतिक उद्देश्य के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता वैध है, तो उन्हें पहले पीएम को पत्र लिखना चाहिए।
दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक चिट्ठी लिखी है। इस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिलसिलेवार ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह पूरी हो गई पर यहां उमड़ी भारी भीड़ से भाजपा एवं मोदी सरकार इतनी घबरा गई है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री राहुल गांधी को राजस्थान में कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने हेतु पत्र लिख रहे हैं।
अगर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक ना होकर उनकी चिंता जायज है तो उन्हें सबसे पहला पत्र प्रधानमंत्री को लिखना चाहिए था।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 21, 2022
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह स्पष्ट दिखाता है कि भाजपा का उद्देश्य बढ़ते जनसमर्थन से घबराकर भारत जोड़ो यात्रा को डिस्टर्ब करने का है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिपुरा में रैली की थी, जहां किसी भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना नहीं हुई। कोविड की दूसरी लहर में पीएम ने बंगाल में बड़ी रैलियां की थी। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक ना होकर उनकी चिंता जायज है, तो उन्हें सबसे पहला पत्र प्रधानमंत्री को लिखना चाहिए था।
केंद्रीय स्वास्थ्य राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा कि कोरोना वायरस महामारी एक सार्वजनिक आपात स्थिति है। अगर कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं हो, तो सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, कोविड महामारी से देश को बचाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा को देशहित में स्थगित करने का अनुरोध किया है।