कौन बन सकता है राष्ट्रभक्त? दिवाली पर CM योगी ने बताई योग्यता; दिया ये संदेश
Uttar Pradesh News: दिवाली के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट संदेश दिया कि हम सभी को एकजुट होकर समाज में शांति और समरसता बनाए रखने की दिशा में कदम उठाने होंगे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आखिर कौन राष्ट्रभक्त बन सकता है.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली के अवसर पर समाज में समानता और एकता का संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि 'राम राज्य' का मतलब है कि समाज के सभी वर्गों को बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि क्षेत्र, भाषा और जाति के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राष्ट्रभक्त बनने की योग्यता के बारे में भी बात की है.
सीएम योगी ने अयोध्या के बारे में बात करते हुए कहा कि यह जगह हमेशा से राम के नाम से जानी जाती रही है, लेकिन यहां राम के साथ-साथ और भी महत्वपूर्ण चीजें हैं. उन्होंने कहा कि यह वर्ष विशेष है, क्योंकि 500 साल का लंबा इंतजार अब खत्म हो चुका है. आज कुछ लोग जाति, क्षेत्र और भाषा के आधार पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. इस प्रकार की सोच में रावण और दुर्योधन का DNA स्पष्ट नजर आता है.
कौन बन सकता है राष्ट्रभक्त?
योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी कि अगर बांटने वालों को फिर से मौका दिया गया, तो वे फिर से गुंडागर्दी करेंगे और समाज में अशांति फैलाएंगे. उन्होंने कहा कि 2017 के पहले यही सब हो रहा था. यदि कोई आज सुरक्षा में सेंध लगाएगा, तो उसे परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने सभी से कहा कि वे बजरंगबली के अनुयायी बनें, क्योंकि जो रामभक्त हैं, वही राष्ट्रभक्त भी बन सकते हैं. राम नाम सत्य की तरफ चला जाएगा.
एकजुटता की आवश्यकता
सीएम योगी ने समाज में एकजुट रहने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमें बांटने वाली ताकतों से सतर्क रहना होगा. यदि हम इन ताकतों के धोखे में आ गए और उन्हें एक बार फिर मौका दिया, तो वे फिर से अराजकता, दंगा और गुंडागर्दी का सहारा लेंगी. उन्होंने बताया कि ऐसे तत्व गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने, व्यापारियों का अपहरण करने और त्योहारों से पहले दंगे भड़काने के लिए तत्पर रहते हैं.