मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को 42 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। लखनऊ से नैमिषारण्य के बीच भी इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की गई। लखनऊ और कानपुर महानगरों को इलेक्ट्रिक बसों के एक और खेप मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद मिली है। 42 में से 34 बसें लखनऊ को मिली हैं और आठ बसें कानपुर को दी गई है। जानकारी के अनुसार ये इलेक्ट्रिक बसें करीब महीने भर से दुबग्गा डिपो में खड़ी हैं। इन्हें सड़क पर सिर्फ इसलिए नहीं उतारा जा पाया, क्योंकि मंत्री जी से हरी झंडी दिखाने का समय नहीं मिल सका है। सीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और गुरुवार को इन बसों को हरी झंडी दिखाने का निर्णय लिया है। लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक पल्लव बोस ने बताया कि अभी लखनऊ के 22 मार्गों पर 105 ई-बसें चल रही हैं। इनसे रोजाना 35 से 40 हजार यात्री सफर कर रहे हैं।
अब बेड़े में 34 और ई-बसें शामिल हो जाने से दैनिक यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। नई बसों में गुरुवार से सफर किया जा सकेगा। इन्हें विराजखंड बस स्टैंड से पीजीआई वाया अहिमामऊ, लू-लू मॉल, तेलीबाग रूट पर चलाया जाना था, लेकिन इसे निरस्त कर दिया गया है। इसकी जगह लखनऊ से नैमिष का रूट जोड़ा गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के प्रदूषण से मुक्त (वायु प्रदूषण हो या ध्वनि प्रदूषण) इससे मुक्त परिवहन सेवा इस समय की मांग है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवाने में जो सफलता प्राप्त हुई है। गुरुवार को यहां पर इलेक्ट्रिक बसों को प्रदेश के दो सबसे बड़े महानगरों लखनऊ और कानपुर में इस सेवा का शुभारंभ हो रहा है। First Updated : Thursday, 25 August 2022