CM योगी ने निरीक्षण के लिए अयोध्या राम मंदिर निर्माण स्थल का दौरा कर किया
अयोध्या में नवनिर्मित श्रीरामक्रतु स्तम्भ एवं श्री रामलला भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी नें संबोधित किया फिर इसके बाद उन्होंने निरीक्षण के लिए अयोध्या राम मंदिर निर्माण स्थल का दौरा कर किया
उत्तर प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार यानी आज सुबह आयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन- पूजन किए। इसके प्रदेश के सीएम ने रामलला के दर्शन, आरती और पूजा अर्चना किए। इसके बाद टेढ़ी बाजार के पार्किग और व्यवसायिक कॉम्पलेक्स का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्वी व्यवसायिक कॉम्पलेक्स में लोअग ग्राउंड की दुकानों का निरीक्षण किया।
सीएम योगी ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से पहले यहां राम कोट के निर्माण का भव्य कार्यक्रम हुआ है। कलयुग में नाम का केवल महत्व है। भगवान का नाम लिखने से उसका 100 गुना अधिक पुण्य मिलता है। लेकिन इस श्रीराम क्रतु स्तम्भ पर 28 कोटि नाम संरक्षित किया गया है। जो हमेशा याद रहेगा।
अयोध्या में उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ' अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। विकास के कार्यों को पूरा करने के लिए यहां कर्मचारी 3 शिफ्ट में काम कर रहे हैं। लखनऊ-अयोध्या हाईवे को जोड़ने के लिए श्रीराम पथ का निर्माण हो रहा है।'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज श्री अयोध्या में नवनिर्मित श्रीरामनाम-स्तूप एवं श्री रामलला भवन के लोकार्पण की सभी पूज्य संत जन एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई! र्मनगरी में पधारने वाले संत जन व भक्तों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से होने वाले ऐसे पुनीत कार्य अनुकरणीय व अभिनंदनीय हैं।
अयोध्या में नवनिर्मित श्रीरामक्रतु स्तम्भ एवं श्री रामलला भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी नें संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा कि' 'कलियुग केवल नाम अधारा सुमिर सुमिर नर उतरहिं पारा। यानी कहने का मतलब है कि कलियुग में राम नाम का अपना महत्व है। आने वाले वक्त में आयोध्या विश्व की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित हो यही पीएम मोदी की इच्छा है इसी के आधार पर मोदी सरकार और योगी सरकार मिलकर काम कर रही है।
साथ ही सीएम योगी ने इस अवसर पर कहा कि जगद्गुरू रामानुजाजार्य पूज्य स्वामी श्रीधराचार्य महराज को बधाई दुंगा कि राम जन्मभूमि मंदिंर निर्माण के पूर्व अयोध्य़ा आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए उन्होंने भव्य धर्मशाला और अतिथिशाला का निर्माण कराया। हर आश्रम को ऐसा करना चाहिए। अभी से तैयारी हो जाए। देश से कोई भी भक्त आए तो उसे अयोध्या में सुविधा भी मिले। यहा ठहर कर प्रभू के नाम का स्मरण या जप पाठ करें तो उसे यहां सब कुछ सुलभ हो।