राम मंदिर की मिट्टी भक्तों में नहीं होगी वितरित, निर्माण समिति ने दिया बड़ा बयान
अयोध्या राम मंदिर को लेकर यह अफवाह फैल रही थी कि मंदिर परिसर की पवित्र मिट्टी भक्तों में वितरित की जाएगी. इस पर राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि मिट्टी का उपयोग परिसर में ही साधना स्थल और पार्क की पटाई के लिए किया जाएगा, इसे बाहर नहीं भेजा जाएगा.

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को लेकर एक बड़ी चर्चा ने जोर पकड़ लिया था कि मंदिर परिसर की मिट्टी रामभक्तों में प्रसादस्वरूप बांटी जाएगी. इस खबर से भक्तों में उत्साह के साथ-साथ भ्रम भी पैदा हो गया. लेकिन अब इस मामले में राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने स्पष्ट बयान जारी कर इस अफवाह पर विराम लगा दिया है.
नृपेंद्र मिश्रा ने साफ किया कि मंदिर परिसर की मिट्टी को बाहर नहीं भेजा जाएगा, बल्कि इसका प्रयोग वहीं साधना स्थल और पार्क के निर्माण में किया जाएगा. उन्होंने भक्तों की आस्था को ठेस न पहुंचे, इसका पूरा ध्यान रखने की बात कही है.
मिट्टी वितरण की खबरों को बताया भ्रामक
राम मंदिर परिसर की पवित्र मिट्टी भक्तों में बांटने की बातों को सिरे से नकारते हुए नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, '10 एकड़ भूमि पर साधना स्थल और पार्क बनाया जाएगा, वहीं की पटाई के लिए मिट्टी की आवश्यकता है. हम नहीं चाहते कि यह पूजनीय मिट्टी परिसर से बाहर जाए. भक्तों की आस्था को ठेस न पहुंचे, यह हमारी प्राथमिकता है.' उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और कुछ रिपोर्ट्स में इस संबंध में जो भी दावे किए गए हैं, वे पूरी तरह से भ्रामक हैं और उनका कोई आधिकारिक आधार नहीं है.
सुरक्षा के लिए बनेगी 4km लंबी दीवार
राम मंदिर परिसर में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगभग 4 किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार का निर्माण शुरू कर दिया गया है. यह दीवार अगले 18 महीनों में पूरी तरह तैयार हो जाएगी. मिश्रा ने जानकारी दी कि इस दीवार का निर्माण इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जाएगा. दीवार की ऊंचाई, मोटाई और मजबूती पर भी अंतिम निर्णय लिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि स्वायल टेस्टिंग पूरी होने के बाद निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है.
10 एकड़ भूमि में बनेगा यात्री सुविधा केंद्र
भक्तों की सुविधा को देखते हुए 10 एकड़ क्षेत्र में एक आधुनिक यात्री सुविधा केंद्र विकसित किया जा रहा है. इसमें जूता-चप्पल रखने के लिए बड़ा शू-रैक बनाया जाएगा. साथ ही, सामान रखने हेतु लगभग 62 काउंटर बनाए जाएंगे ताकि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
कलश पूजन विधि से शुरू
14 अप्रैल 2025 को श्री रामजन्मभूमि मंदिर, अयोध्या में एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ. गर्भगृह के मुख्य शिखर पर सुबह 9:15 बजे कलश पूजन विधि का शुभारंभ किया गया. इसके बाद 10:15 बजे विधिवत रूप से कलश की स्थापना की गई. इस अवसर पर मंदिर परिसर धार्मिक उल्लास और भक्तिरस से सराबोर हो गया. राम मंदिर को लेकर श्रद्धा जितनी गहरी है, उससे जुड़ी जानकारी भी उतनी ही संवेदनशील होती है. निर्माण समिति ने समय रहते स्पष्टता लाकर भक्तों की भावनाओं का सम्मान किया है और अफवाहों पर रोक लगाई है.