एमसीडी चुनाव में सफ़ाई और अस्थाई कॉलोनियों के निर्माण में भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दाः अनिता सिंह

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपना चुनाव प्रचार तेज करते हुए जनता के बीच में अपने-अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। एमसीडी चुनाव में जहां भाजपा दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर तमाम तरह के भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रही है।

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रिपोर्ट। संजय पांडेय

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपना चुनाव प्रचार तेज करते हुए जनता के बीच में अपने-अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। एमसीडी चुनाव में जहां भाजपा दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर तमाम तरह के भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रही है। वहीं आप पार्टी एमसीडी में पिछले 15 वर्षों के भाजपा शासन में समस्या का समाधान करने के बजाय कूड़े का ढेर इकट्ठा करने का आरोप लगा रही है।

पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर (वार्ड संख्या 190) में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार अनिता हाकम सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ डोर टू डोर कैंपेन कर रही है। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल सरकार की नीतिओं एवं कार्यो के बारे में जागरूक कर जनता से आम आदमी पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

अनिता हाकम सिंह ने कहा कि एमसीडी चुनाव में सफ़ाई और अस्थाई कॉलोनियों के निर्माण में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार सबसे बड़ा और प्रमुख मुद्दा है, जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनकल्याणकारी नीतियों के जरिए लोगों की समस्या का समाधान करने के साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सहायता भी की है।

उन्होंने कहा कि यहां पर अस्थाई कॉलोनियों में नए भवन निर्माण करने के लिए लोगों को व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। जबकि दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने तीर्थ यात्रा योजना के जरिए आर्थिक तौर से कमजोर लोगों को तीर्थ यात्रा करवाई है।

अनिता हाकम सिंह ने कहा कि भीम योजना के जरिए आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्रों के लिए कोचिंग की व्यवस्था की गई, जबकि नालियां और जर्जर सड़कों का निर्माण 15 वर्षों के शासन में नहीं हुआ है। यही हमारे क्षेत्रीय मुद्दे के रूप में प्रमुख तौर पर हैं।

अनिता ने कहा कि इस बार के एमसीडी चुनाव में आप पार्टी ने न्यू अशोक नगर से महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता दी है। इसके बाद जनता में काफी उत्साह भी देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम के परिसीमन के बाद सभी 250 वार्डों के लिए चार दिसंबर को मतदान होगा, जबकि सात दिसंबर को नतीजे सामने आएंगे। First Updated : Friday, 18 November 2022