रिपोर्ट। मुस्कान
नई दिल्ली। दिल्ली शास्त्रीय संगीत महोत्सव तीन साल के अंतराल के बाद शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी में फिर से वापसी करेगा। कोविड-19 महामारी के चलते पिछले तीन साल से शास्त्रीय संगीत महोत्सव का आयोजन नहीं हो रहा था। दिल्ली सरकार और साहित्य कला परिषद द्वारा आयोजित इस संगीत महोत्सव में सरोद वादक अमान और अयान अली बंगश, बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार और प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीत के दिग्गजों की प्रस्तुति होगी।
शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कमानी सभागार में तीन दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। डिप्टी सीएम ने एक बयान में कहा कि मुझे खुशी है कि कुछ वर्षों के ब्रेक के बाद दिल्ली शास्त्रीय संगीत समारोह वापस आ गया है और यह इतने बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि संगीत हमारे दिमाग को बदलने की शक्ति रखता है। हमें शांति पाने और रोजमर्रा की जिंदगी के तनाव को भूलने में मदद करता है। मुझे यकीन है कि दिल्ली के लोग हमारे समय के कुछ महान कलाकारों को सुनने का आनंद लेंगे।
यह महोत्सव पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित गुहा के प्रदर्शन के साथ शुरू होगा। जो शास्त्रीय संगीत के कर्नाटक और हिंदुस्तानी विद्यालयों में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं। इसके बाद सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक मजूमदार, मोहन ब्रदर्स-लक्ष्य मोहन और सितार-सरोद जुगलबंदी द्वारा मधुर बांसुरी की रचना की जाएगी।
विभिन्न शास्त्रीय संगीत परंपराओं के उस्ताद, गायक, सितार वादक, बांसुरी वादक से लेकर संतूर वादक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। ग्रैमी पुरस्कार विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट के शिष्य और पुत्र तंत्री सम्राट, पंडित सलिल भट्ट उत्सव के दूसरे दिन संतूर वादक राजकुमार मजूमदार और गायिका सुधा रघुरामन के साथ प्रस्तुति देंगे।
उत्सव के अंतिम दिन बहु-वादक अनुराधा पाल, हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक और तबला वादक नितिन शर्मा और प्रसिद्ध भाई जोड़ी अमान और अयान अली बंगश, सरोदवादक अमजद अली खान के शिष्य और पुत्र प्रदर्शन करेंगे। वहीं 12 फरवरी को दिल्ली शास्त्रीय संगीत समारोह का समापन 12 फरवरी को होगा। First Updated : Thursday, 09 February 2023