Delhi AQI Data: दिल्ली में शुक्रवार को तेज हवाओं ने घने धुएं की परत को तेजी से हटा दिया, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार हुआ. शाम 4 बजे AQI 339 पर पहुंच गया और 7 बजे तक यह और घटकर 323 पर आ गया. दिवाली के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता इस बार 2015 के बाद दूसरी सबसे साफ रही है. AQI “बहुत खराब” श्रेणी में रहा, लेकिन यह “गंभीर” स्तर तक नहीं पहुंचा. इस स्थिरता का कारण तेज हवाओं को माना जा रहा है, जिनकी गति 16 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही. आइये जानें क्या कहते हैं आंकड़े?
गुरुवार रात 24 घंटे AQI लगातार बढ़ता रहा, जो शाम को 328 से शुरू होकर आधी रात तक 338 और शुक्रवार सुबह 9 बजे तक 362 तक पहुंच गया. हालांकि, शुक्रवार दोपहर को तेज और स्थिर हवाओं ने घने धुएं की परत को तेजी से हटा दिया, जिससे AQI में कमी आई. शाम 4 बजे यह 339 तक और 7 बजे तक 323 तक पहुंच गया.
पटाखों के उपयोग, पराली जलाने और स्थानीय स्रोतों से निकलने वाले प्रदूषण ने गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता को “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंचा दिया. स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि तापमान और प्रदूषण के बीच जटिल संतुलन के कारण यह स्थिति बनी. गर्म तापमान प्रदूषकों को फैलने में मदद करता है, जबकि ठंडा तापमान हवाओं की गति को धीमा कर देता है और प्रदूषकों को सतह के नजदीक रोक देता है.
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि आमतौर पर सर्दियों के महीनों में मिश्रण ऊंचाई 200-300 मीटर तक गिर जाती है, लेकिन गुरुवार को यह 2,100 मीटर बनी रही. सीएसई (CSE) की अनुसंधान के निदेशक अनुता रॉयचौधरी ने कहा, “दिवाली पर वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही, लेकिन अगले दिन दोपहर तक सामान्य हो गई, जो मुख्य रूप से हवाओं की गति और गर्म मौसम के कारण हुआ.”
गुरुवार को दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्सों में पटाखों के उपयोग को नियंत्रित किया गया, लेकिन अधिकांश शहर में इसे अधिक उपयोग किया गया. दिवाली के दिन दिल्ली के पीएम2.5 स्तर में पराली जलाने का योगदान भी बढ़कर 27.61% तक पहुंच गया, जबकि यह बुधवार को 8.4% और मंगलवार को 1.8% था.
शुक्रवार की सुबह हल्की धुंध थी, लेकिन हवाओं की गति बढ़ने और सूरज निकलने से स्थिति में सुधार हुआ. मौसम विभाग ने बताया कि दिवाली की रात तक हवाओं की गति 12-16 किमी/घंटा रही, जो आधी रात के करीब 3-7 किमी/घंटा तक गिर गई, लेकिन शुक्रवार सुबह फिर से बढ़कर प्रदूषकों के फैलाव में मददगार साबित हुई.