Delhi Assembly Election: दिल्ली चुनाव से पहले एक बड़ा विवाद सामने आ गया है. दरअसल, क्षेत्र के जिला चुनाव अधिकारी ने आप नेताओं पर उनके कार्यालय में अक्सर आने का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने लिखा कि, "नेता आपत्ति करने वालों से व्यक्तिगत जानकारी मांग रहे हैं. साथ ही सीएम उन्हें बिना एजेंडा बताये बैठक के लिए बुला रहे हैं.
पत्र में लिखा है कि, "आप के प्रतिनिधि अक्सर मेरे कार्यालय का दौरा कर रहे हैं और आपत्तिकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी मांग रहे हैं, जिसे ईसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार साझा करना अनिवार्य नहीं है. वहीं जीएनसीटीडी के सीएम मुझे बिना किसी एजेंडे के बैठक के लिए बुला रहे हैं. पहले भी उन्होंने मुझे बिना किसी एजेंडे के बैठक के लिए बुलाया था, जिसमें मतदाता सूची के बारे में चर्चा हुई थी."
इस संबंध में उन्होंने कहा कि, "इस मामले में मुझे मार्गदर्शन प्रदान करें कि क्या मुझे सत्तारूढ़ सरकार द्वारा बुलाई गई बैठकों में बिना किसी एजेंडे के भाग लेने की अनुमति है या उचित समझी गई कोई अन्य कार्रवाई की अनुमति है.
संजय सिंह ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले में आप सांसद संजय सिंह ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, "डीईओ कोई वीआईपी नहीं है और उनकी जवाबदेही है. उन्होंने ने कहा कि, "उनका काम चुनाव प्रक्रिया को देखना है. क्या हम उनसे नहीं मिलेंगे? क्या वह इतने वीआईपी हैं कि हम उनसे नहीं मिल सकते? आगे उन्होंने कहा कि, "अगर प्रोटोकॉल की बात करें तो डीएम का प्रोटोकॉल सांसद से बहुत कम है, फिर भी हम उनके कार्यालय गए." संजय सिंह ने कहा कि, "क्या उन्हें ऐसे बयान देने में शर्म नहीं आती? हम उन्हें कैसे धमका रहे हैं? क्या मतदाताओं व भूत आपत्तिकर्ताओं के बारे में जानकारी मांगना धमकी है?"
First Updated : Tuesday, 07 January 2025