Delhi Assembly Elections 2025: नुपूर शर्मा की होगी बीजेपी में वापसी?, केजरीवाल के खिलाफ लड़ चुकी हैं चुनाव
नूपुर शर्मा एक विवादित बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं और लंबे समय से राजनीतिक परिदृश्य से गायब नूपुर शर्मा एक फायर ब्रांड नेता मानी जाती है. भाजपा की प्रवक्ता रह चुकीं नूपुर को विवादित बयान के बाद पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है. 5 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा के लिए वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम सामने आएंगे. चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसकी घोषणा की. चुनावों की घोषणा के बाद राजनीतिक पार्टियां रणनीति बनाने में जुट गई हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है. वहीं बीजेपी ने भी 29 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. बची 41 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम के लिए मंथन चल रहा है. जल्द ही प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है.
बताया जा रहा है कि पार्टी इस लिस्ट से नूपुर शर्मा के नाम का एलान कर सभी को चौंका सकती है. सोशल मीडिया पर लोग भाजपा से नूपुर शर्मा के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. यहां तो कई लोग उन्हें भाजपा की ओर से सीएम फेस भी बनाने की मांग कर रहे हैं. नुपूर शर्मा ने 2015 के विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था. हालांकि वो उस चुनाव में 31 हजार से ज्यादा वोटों से हार गईं थी, लेकिन उनकी राजनीतिक सक्रियता और पार्टी में उनकी भूमिका अहम रही है. उनकी तेज-तर्रार भाषण शैली और युवा वर्ग में उनकी लोकप्रियता भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकती है.
भाजपा के पास दिल्ली में कई प्रमुख चेहरे हैं, जिनमें स्मृति ईरानी, बंसुरी स्वराज और मनोज तिवारी शामिल हैं. इनमें से हर एक की अपनी खास पहचान और समर्थक वर्ग है. स्मृति ईरानी की राष्ट्रीय राजनीति में मजबूत पकड़ है, जबकि मनोज तिवारी की भोजपुरी फिल्म उद्योग में लोकप्रियता और पूर्वांचली समुदाय में प्रभाव है. बंसुरी स्वराज, सुषमा स्वराज की बेटी, युवा और शिक्षित वर्ग में अपनी पहचान बना रही हैं.
कौन हैं नूपुर शर्मा?
नूपुर शर्मा एक विवादित बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं और लंबे समय से राजनीतिक परिदृश्य से गायब नूपुर शर्मा एक फायर ब्रांड नेता मानी जाती है. भाजपा की प्रवक्ता रह चुकीं नूपुर को विवादित बयान के बाद पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. नूपुर आमतौर पर टीवी डिबेट्स में भाजपा के पक्ष में अपनी बात रखते हुए नजर आती थीं.
क्या कहा था नूपुर शर्मा ने?
नूपुर ने 2022 में एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की थी. भाजपा ने भी उस समय कहा था कि पार्टी ऐसी किसी भी विचारधारा के खिलाफ है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय का अपमान करती है. हालांकि पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद नूपुर ने एक बयान में कहा था कि वे बिना शर्त अपनी टिप्पणी वापिस ले रही हैं उन्होंने अपनी टिप्पणी को सही ठहराते हुए यह दावा भी किया कि मेरे सामने बार-बार हमारे भगवान शिव का अपमान किया गया, जिसे मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई. अत: मैंने भी गुस्से में आकर कुछ बातें कह दीं. इसके बाद उन्हें 6 साल के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया गया.
ऐसे में नुपूर शर्मा की उम्मीदवारी पर विचार करते समय भाजपा को उनके पिछले चुनावी प्रदर्शन, वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य, और पार्टी के भीतर उनकी स्थिति का मूल्यांकन करना होगा. हालांकि उनका विवादों से भी नाता रहा है, जिसके चलते उनको पार्टी के कड़े रुख का सामना करना पड़ा, लेकिन अब देखना होगा कि मौजूदा वक्त में पार्टी उनको लेकर क्या फैसला करती है?