दिल्ली को मिला नया मुख्यमंत्री , जानिए 10 वजह जिसने आतिशी को सीएम की कुर्सी तक पहुंचाया
Atishi will Next Delhi CM: दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी होंगी. वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. वे अरविंद केजरीवाल कैबिनेट में सबसे हैवीवेट मंत्री रही हैं. उनका नाम सबसे आगे चल रहा था. विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लग गई है. मंगलवार सुबह से AAP संयोजक केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. इसमें सर्वसम्मति से नए नेता सदन का चुनाव किया गया. आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखती हैं और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं.
Atishi will Next Delhi CM: दिल्ली को एक बार फिर से नया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है. आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव आप की ओर से रखा गया है. वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. शराब नीति मामले में अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद आप के कई नेताओं के नाम शीर्ष पद के लिए चर्चा में थे . इन उम्मीदवारों में मंत्री आतिशी, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल शामिल थे.
ऐसे में विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लग गई है. मंगलवार सुबह से AAP संयोजक केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. इसमें सर्वसम्मति से नए नेता सदन का चुनाव किया गया. वे अरविंद केजरीवाल कैबिनेट में सबसे हैवीवेट मंत्री रही हैं. बता दें कि आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखती हैं और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. तो आइए जानते हैं कि मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी ही आप की पसंद क्यों थीं.
इन 10 वजहों से आतिशी आप की पहली पसंद
1. शराब नीति मामले में केजरीवाल और उनके पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने पार्टी में केंद्रीय भूमिका संभाल ली थी.
2. आतिशी ने पार्टी प्रमुख की गिरफ़्तारी के मामले में केंद्रीय रुख अपनाया और सौरभ भारद्वाज के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार का नेतृत्व किया. इस दौरान, दिल्ली में अपने सहयोगियों के बीच वह सबसे ज़्यादा मीडिया में नज़र आईं, जिससे वह घर-घर में मशहूर हो गईं.
3. आम चुनावों के बाद भी आतिशी दिल्ली की सबसे चर्चित आप नेता बनी रहीं. जून में, वह हरियाणा सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी थीं , क्योंकि सरकार ने प्रतिदिन 100 मिलियन गैलन पानी नहीं छोड़ा, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट पैदा हो गया. उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
4. पिछले साल 9 मार्च को आप विधायक आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली थी. आतिशी जिन प्रमुख मंत्रालयों का कार्यभार संभालती हैं उनमें शिक्षा, वित्त, योजना, पीडब्ल्यूडी, जल, बिजली और जनसंपर्क शामिल हैं.
5. आतिशी को शिक्षा मंत्रालय का प्रभारी बनाए जाने से पार्टी में उनकी स्थिति काफ़ी बढ़ गई है. वे अप्रैल 2018 तक पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रह चुकी हैं, जिससे उन्हें पार्टी में और मदद मिली.
6. रोड्स स्कॉलर, आतिशी आम आदमी पार्टी के सबसे शिक्षित सदस्यों में से एक हैं, जो पार्टी के शहरी, मध्यम वर्ग के समर्थन आधार को आकर्षित करती हैं.
7. आतिशी 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र मसौदा समिति की प्रमुख सदस्य थीं. उन्होंने 'पार्टी के गठन के शुरुआती दौर में इसकी नीतियों को आकार देने' में अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा आतिशी ने पार्टी प्रवक्ता के तौर पर दमखम से पक्ष रखा.
8. दिल्ली पुलिस से भिड़ना हो या फिर केंद्रीय जांच एजेंसियों की छापेमारी के दौरान तमतमाना, पार्टी का रुख रखना हो या फिर MCD के स्कूलों में छापेमारी कर निरीक्षण करने की वजह से आतिशी सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं.
9. केजरीवाल ने खुद पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने से पहले ही आतिशी को ना सिर्फ 9 मार्च 2023 को कैबिनेट मंत्री बनाया था, बल्कि सबसे ज्यादा मंत्रालय भी दिए थे. आतिशी ना सिर्फ दिल्ली सरकार में इकलौती महिला मंत्री हैं, बल्कि उनके पास इस वक्त दिल्ली सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रालय भी हैं.
10. आतिशी ने जुलाई 2015 से 17 अप्रैल 2018 तक शिक्षा के लिए मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में कार्य किया है. आतिशी 2015 में मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह में भी शामिल रही हैं. वे विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ कानूनी लड़ाई के दौरान भी एक्टिव रहीं. 2020 के विधानसभा चुनावों के बाद पार्टी ने आतिशी को गोवा का प्रभारी बनाया.