Delhi-Mumbai Expressway : उद्घाटन पर बोले पीएम मोदी, ‘जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, तो देश की प्रगति होती है’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान के दौसा में देश के सबसे बड़े दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया।

Nisha Srivastava
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान के दौसा में देश के सबसे बड़े दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने दौसा में 18,100 करोड़ रुपए से अधिक की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उद्घाटन के दो दिन बाद यानी मंगलवार 14 फरवरी से इस एक्सप्रेसवे को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने दौसा में राष्ट्रीय सड़क परियोजना प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में कहा कि “जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो बनते हैं तो देश की प्रगति होती है।“ पीएम मोदी ने आगे कहा कि “बीते 9 वर्षों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला निवेश, उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है”

"जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो बनते हैं तो देश की प्रगति होती है। बीते 9 वर्षों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला निवेश, उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है"

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उन्होंने कहा कि “दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं। ये परियोजनाएं आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं” “इस साल के बजट में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। यह राशि 2014 में प्रावधानित राशि का पांच गुना है। इस निवेश से राजस्थान को काफी फायदा होने वाला है”

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की खासियत

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद 2-3 घंटे में लोग जयपुर पहुंच पाएंगे। फिलहाल दिल्ली से जयपुर जाने में करीब 6 घंटे का समय लगता है। इस एक्सप्रेसवे पर 94 साइड सीन और सुविधाएं होंगी। 40 से ज्यादा इंटरचेंज होंगे, जो कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत से कनेक्टिविटी को अच्छा करेंगे। इसमें 8 लेन का एक्सेस-कंट्रोल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 12 लाख टन स्टील का उपयोग किया जाना है।

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12 February 2023, 04:30 PM IST

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