नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वसंत कुंज क्षेत्र के एक व्यापारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में नीरज बवाना-अर्श डाला गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सनी डागर उर्फ़ सनी इस्सापुर उर्फ़ विक्रम और पुष्पेंद्र लोचव उर्फ़ डिंपी के रूप में हुई है। ये दोनों भारत से भगौड़े अपराधी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। अर्शदीप सिंह फ़िलहाल कनाडा में बैठकर अपने गैंगस्टर साथी नीरज बवाना के जरिये भारत में अपना नेटवर्क चला रहा है।
स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन ने बताया कि वसंत कुंज क्षेत्र के एक व्यापारी को अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल नंबर के माध्यम से नीरज बवाना गैंग के नाम से जान से मारने की धमकी मिली। फोन करने वाले ने अपना परिचय नीरज बवाना गैंग का सनी इस्सापुर बताया और 5 करोड़ की रंगदारी की मांग की। जिसके बाद मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई। जांच में जानकारी मिली कि एक सनी डागर उर्फ़ सनी इस्सापुर उर्फ़ विक्रम निवासी इस्सापुर, नजफगढ़ ने ही कॉल की है। जो नीरज बवाना गैंग से ताल्लुक रखता है और हाल ही में पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। सनी डागर उर्फ सनी इस्सापुर से पटियाला जेल में रंगदारी मांगने के मामले में पूछताछ की गई। जिसने अपराध में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। उसने यह भी खुलासा किया कि उसे शिकायतकर्ता का चचेरा भाई पुष्पेंद्र लोचव उर्फ़ डिंपी ने उसे शिकायतकर्ता के व्यवसाय, पता, मोबाइल नंबर, और उसके परिवार के गाड़ियों के नंबर के बारे में टिप दी थी।
सनी डागर ने बताया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से कनाडा स्थित भगोड़े अपराधी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के सीधे संपर्क में था और जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना-नवीन बाली के निर्देश पर अपने प्रतिद्वंद्वी गिरोह यानी लॉरेंस बिश्नोई-काला जत्थेदी को खत्म करने की योजना बना रहा था। उसने यह भी खुलासा किया कि अर्श उर्फ डाला ने पुष्पेंद्र उर्फ डिंपी के खाते में कुछ पैसे ट्रांसफर किए थे क्योंकि डिंपी ने शिकायतकर्ता की जानकारी दी थी। सनी इस्सापुर की निशानदेही पर पुलिस ने पुष्पेंद्र लोचव उर्फ़ डिम्पी द्वारका से पकड़ लिया। उसने खुलासा किया कि वह अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के संपर्क में था। उसने जबरन वसूली की मकसद से शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी देने की साजिश रची।
पंजाब पुलिस द्वारा सनी डागर की गिरफ्तारी के बाद वह अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के सीधे संपर्क में था। पुलिस को जानकारी मिली है कि अर्श डाला कट्टरपंथी हो गया है और हत्याओं को अंजाम देने के लिए खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के साथ जुड़ गया है। उसने 2020 और 2021 में दो अलग-अलग घटनाओं में अपने साथियों के साथ दो डेरा सच्चा सौदा अनुयायियों की हत्या कर दी थी। First Updated : Wednesday, 14 September 2022