धार: सौतेले पिता ने पत्नी सहित दो मासूम बालिकाओं की निर्मम हत्या कर दी
धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र की है जहां ग्राम खलघाट साला पुनर्वास में रहने वाले युवक ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया
मध्य प्रदेश। घटना मध्यप्रदेश के धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र की है जहां ग्राम खलघाट साला पुनर्वास में रहने वाले युवक ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया। मुखबिर से मिली सूचना पर एसडीओपी एवं थाना प्रभारी सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनोंं शवों को पोस्ट मार्टम के लिए नगर के स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा।
मृतिका ललिता बाई, बेटी रानू 8 वर्ष व जानू 3 वर्ष तीनों के सिर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं। घटना के बाद से आरोपित कालू पिता शेरू निवासी शाला पुनर्वास फरार है। बताया जा रहा है कि मृतक महिला के साथ घटना के 1 दिन पूर्व कालू द्वारा मारपीट की गई थी।
पूर्व में रच चुका था अपहरण की कहानी -
मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले बालिका को सौतेले पिता द्वारा अगवा कर बेचने की साजिश रची गई थी। पुलिस ने माता-पिता के बयानों मे आई भिन्नता के चलते पिता से सघन पूछताछ की। जिस पर आरोपित कालू ने अपनी पहली पत्नी संगीता बाई के यहां महाराष्ट्र के अकोला ग्राम सावला योजनाबद्ध तरीके से भेजना बताया।
पुलिस टीम ने बालिका को सही सलामत बरामद कर लिया था । आरोपित कालू व उसकी पूर्व पत्नी संगीता बाई पर अपहरण करने, मानव तस्करी के आरोपों में प्रकरण दर्ज कर 27 सितंबर को न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। महिला के समझौते के बाद आरोपी 24 अक्टूबर को जेल से बाहर आ गया था।
गौरतलब है कि 22 नवंबर को कालू व उसकी पत्नी ललिता बाई द्वारा 7 वर्षीय बेटी रानू के कहीं चले जाने की शिकायत दी गई थी, पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। पुलिस द्वारा पारिवारिक रिश्तों पर गंभीरता से जांच करने पर पाया गया कि ललिता व कालू की शादी सिर्फ 3 माह पहले हुई थी।
निंबोला गांव में रहने वाले उसके पूर्व पति से सघनता से पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि मेरा व ललिता बाई के विवाद का 70 हजार में सामाजिक समझौता हो चुका है। इसी बात की शंका पर पति से पूछताछ की गई। पति ने मामले को कबूल करते हुए बालिका को अगवा करने का षड्यंद्ध बताया।
कालू की पहली पत्नी संगीता बाई अकोला महाराष्ट्र में है। आरोपित कालू की कुल 4 पत्नियां हैं। वह दो पत्नियों को छोड़ चुका था। कालू ललिता बाई के घर निंबोला दूध देने जाया करता था वहीं से उसके संपर्क में आया था।