लखनऊ: हाल ही में दिवंगत सपा नेता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए चुनाव आयोग के द्वारा मतदान की तिथियों का ऐलान किया जा चुका है। समाजवादी पार्टी ने इस सीट के अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि मैनपुरी उपचुनाव के लिए आज 10-17 दिसंबर तक नामांकन की जाएगी। मतदान 5 दिसंबर को और इसकी गणना 8 दिसंबर को किया जाएगा।
सपा साल 1996 से नहीं हारी मैनपुरी सीट
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट सपा का पारंपरिक सीट रहा है। साल 1996 से लेकर अबतक इस सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। पिछली चुनाव में मुलायम सिंह यादव में भाजपा उम्मीदवार को लगभदग 1 लाख मतों के बड़े अंतर से हराया था। 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मुलायम सिंह के सामने प्रेम सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया था। इस बार भी भाजपा प्रेम सिंह शाक्य पर दांव लगा सकती है। वहीं इस मुकाबला पिछले बार से थोड़ा अलग होने वाला है क्योकि इस बार बसपा और कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
यादव वोटरों का वर्चस्व
मैनपुरी लोकसभा में करीब 16 लाख से अधिक मतदाता हैं। इस सीट पर यादव वोटरों का वर्चस्व है, यहां करीब 35 फीसदी मतदाता यादव हैं। जबकि करीब 2.5 लाख वोटर शाक्य हैं। यही कारण रहा है कि यहां समाजवादी पार्टी का एक छत्र राज रहा है। इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभाएं हैं। इनमें मैनपुरी, भोगांव, किषनी, करहल और जसवंतनगर है। जसवंतनगर शिवपाल यादव का विधानसभा क्षेत्र है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से सिर्फ भोगांव ही भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी, जबकि बाकी सभी 4 सीटें सपा के खाते में गई थी। First Updated : Thursday, 10 November 2022