डिंडौरी: सीएम शिवराज ने छह अधिकारी-कर्मचारियों को किया निलंबित, अच्छे कार्यों पर की सराहना
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अचानक डिंडोरी जिले के शाहपुरा विकासखंड के अंतर्गत बिलगढ़ा बांध का निरीक्षण करने पहुंचे। बांध में जहां-जहां रिसाव हो रहा है, उसका निरीक्षण करते हुए इसकी जांच के लिए भोपाल से टीम भेजने के निर्देश दिए
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अचानक डिंडोरी जिले के शाहपुरा विकासखंड के अंतर्गत बिलगढ़ा बांध का निरीक्षण करने पहुंचे। बांध में जहां-जहां रिसाव हो रहा है, उसका निरीक्षण करते हुए इसकी जांच के लिए भोपाल से टीम भेजने के निर्देश दिए।
सीएम ने इस दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री वी.जी.एस. सांडया को मौके पर ही निलंबित कर दिया तथा वहीं सब इंजीनियर एस. के. चौधरी और डब्ल्यूआरडी के एसडीओ एम.के. रोहतास को भी लापरवाही पर निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री चौहान बांध का निरीक्षण करने के बाद शासकीय हाई स्कूल बिलगांव पहुंचे, जहां बच्चों से शैक्षणिक व्यवस्था की भी जानकारी ली। बच्चों से इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूछा कि औद्योगिक क्रांति कहां से शुरू हुई?, भाप का इंजन किसने बनाया?, कौन-कौन सी फसल मोटा अनाज में आती हैं?, कौन-कौन सी फसल बिलगांव में ली जाती हैं? उन्होंने बच्चों से प्रदूषण नियंत्रण के उपाय भी पूछे। बच्चों से सकारात्मक उत्तर मिलने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप एक-एक पेन भी दिया। पुरस्कार पाने वाले बच्चों में सागर साहू, हरी साहू और ज्योति साहू शामिल है।
अच्छे कार्य करने वाली अधिकारी -
आपको बता दें अच्छे कार्य करने वाले अधिकारीयों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री ने शाहपुरा हेलीपैड में पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया और कहा कि जनकल्याण के कार्यों को बेहतर ढंग से संपादित करें। अच्छे कार्य करने वालों को राज्य शासन हर समय सम्मानित करेगी तथा लापरवाही व उदासीनता बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को नहीं बख्शा जाएगा। अनुशासनात्मक कार्रवाई उन पर की जाएगी।
शनिवार की सुबह से ही मंडला में जिला प्रशासन में हलचल की स्थित देखने को मिल रही थी। कारण यह कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान औचक निरीक्षण के दौरान डिंडौरी पहुंच चुके थे। वहीं कयास लगाया जा रहा था कि वह मंडला भी पहुंच सकते हैं। हुआ भी कुछ ऐसा अचानक सीएम का उड़न खटोला नगर के महाराजपुर स्थित हेलीपैड पर उतर गया।
जहां से वह कार में सवार होकर सीधे जिला अस्पताल पहुंच गए। आपको बता दें कि अस्पताल में सीएम को देखकर पूरा अमला ही सकते में आ गया। मुख्यमंत्री लगातार कभी पैथोलॉजी का नाम लेकर उसका निरीक्षण करने पहुंच रहे थे तो कभी स्टोर रूम देखने पहुंच गए।
इस बीच मुख्यमंत्री लगातार सीएमएचओ कलेक्टर सहित अन्य स्टाफ से लगातार जानकारी भी ले रहे थे। वहीं वार्ड के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में मिलने वाली सरकारी दवाओं की जानकारी के लिए सिविल सर्जन को याद किया। लेकिन सिविल सर्जन मौके पर नहीं थे।
इसके तुरंत बाद उन्होंने जिला अस्पताल में एंबुलेंस जननी सुरक्षा तथा 108 एंबुलेंस की भी जानकारी ली। वहीं निरीक्षण पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री ने जब सिविल सर्जन को याद किया तो उन्हें बताया गया कि वह अभी नहीं आ पाए हैं तो तत्काल मुख्यमंत्री ने सिविल सर्जन के निलंबन का फरमान जारी कर दिया।