Gujarat news: अहमदाबाद के एक साइंस कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर ने अपने प्रोफेसर पति पर कई गंभीर आरोप लगाए है. दोनों की शादी साल 2001 में हुई थी. महिला प्रोफेसर का आरोप है कि शादी के बाद से ही उनके पति ने शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण किया.
महिला प्रोफेसर ने बताया कि शादी के 13 साल बाद, 2014 में उन्हें गुजरात यूनिवर्सिटी के उर्दू पर्शियन डिपार्टमेंट में प्रोफेसर की नौकरी मिली. इस दौरान उनके पति मसीहुझमा अंसारी ने पत्नी की आय का उपयोग अपने ऐशो-आराम और अपनी बहन की पढ़ाई और शादी पर किया.
महिला प्रोफेसर ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही उनका पति बेटा होने की इच्छा जताने लगा. पहली बेटी के जन्म के बाद, 2008 में जब वह दोबारा गर्भवती हुई, तो उनके पति ने चेतावनी दी कि अगर फिर बेटी हुई तो वह चैन से जीने नहीं देंगे. दूसरी बेटी के जन्म के बाद महिला और बेटियों पर मानसिक अत्याचार और बढ़ गया.
2012 में जब तीसरी बार महिला गर्भवती हुईं, तब उनके पति ने धमकी दी कि अगर फिर बेटी हुई, तो वह पत्नी और बेटियों को जान से मार देंगे. हालांकि, तीसरे बच्चे के रूप में बेटा हुआ, लेकिन इसके बावजूद पति के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया.
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उनके पति ने बार-बार तलाक देने की धमकी दी और हर मौके पर उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास किया.
2014 में जब पति को गुजरात यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की नौकरी मिली, तो उनका व्यवहार और भी खराब हो गया. पति ने सार्वजनिक स्थानों पर पत्नी को अपमानित करना शुरू कर दिया.
2017 में पति ने परिवार को छोड़कर अलग रहना शुरू कर दिया. हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान बीमार होने पर वह पत्नी और बच्चों के पास लौट आया, लेकिन ठीक होने के बाद फिर अलग हो गया.
साल 2023 में महिला प्रोफेसर को पता चला कि उनके पति ने दूसरी शादी कर ली है. जब वह अपनी बड़ी बेटी के साथ पति से मिलने गई, तो वहां दूसरी महिला को पाकर पति ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
महिला ने बताया कि पति ने सबके सामने गाली-गलौज की और तीन बार "तलाक" बोलकर ट्रिपल तलाक दे दिया. पति ने पहले तो साथ रहने की बात कही, लेकिन कुछ दिन बाद सबके सामने दोबारा पत्नी और बच्चों को छोड़ने के लिए कहा.
आपको बता दें कि महिला प्रोफेसर ने गोमतीपुर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
First Updated : Monday, 16 December 2024