Viral Video: नवी मुंबई के तलोजा सेक्टर 9 में स्थित पंचानंद सोसायटी में दिवाली की सजावट को लेकर एक गंभीर विवाद उत्पन्न हो गया है. इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दो समुदायों के बीच तीखी नोकझोंक और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल देखा जा सकता है. मामला तब शुरू हुआ जब कुछ मुस्लिम निवासियों ने सोसायटी के सार्वजनिक क्षेत्रों में दिवाली के लिए सजावटी लाइटें लगाने पर आपत्ति जताई.
विवाद की जड़
दरअसल इस तनाव की शुरुआत जून में हुई थी जब बकरीद से पहले हिंदू निवासियों ने मुस्लिम समुदाय द्वारा बकरों की बलि देने पर आपत्ति जताई थी. इसके बाद सोसायटी की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भविष्य में किसी भी त्यौहार या सांस्कृतिक गतिविधियों को साझा स्थानों पर आयोजित नहीं किया जाएगा. अब, मुस्लिम निवासियों का कहना है कि इस नियम को दिवाली के उत्सव और सजावटी लाइटों पर भी लागू किया जाना चाहिए.
दोनों पक्षों की मांगें और स्थिति
हाल ही में हुए इस टकराव ने दोनों समुदायों को सोसायटी के जून 2024 के फैसले को लागू करने की मांग करने पर मजबूर कर दिया है. इसके साथ ही, सोसायटी के पदाधिकारियों पर सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देशों का पालन करने का दबाव भी बढ़ गया है. एक वीडियो में एक व्यक्ति महिलाओं पर चिल्लाते हुए कहता है, 'लाइट नहीं जलेगी, दीया नहीं जलेगा,' जिससे साफ है कि स्थिति कितनी तनावपूर्ण हो गई है.
सामाजिक ताने-बाने की चिंता
इस घटनाक्रम ने न केवल सोसायटी के निवासियों बल्कि पूरे नवी मुंबई में सांप्रदायिक सौहार्द की चिंता को जन्म दिया है. कई लोग इस बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और इसे सुलझाने के उपाय तलाशने की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं. निवासियों का कहना है कि उन्हें सभी सांस्कृतिक प्रथाओं का सम्मान करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी को भी परेशानी न हो.
कानूनी कार्रवाई का सवाल
हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई की सूचना नहीं है. सोसायटी के निवासी शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि सभी समुदायों के बीच आपसी समझ और सहयोग बना रहे.
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि कैसे हम अपने समाज में विभिन्न सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान कर सकते हैं. दीवाली जैसे त्योहार को सभी के लिए खुशियों का अवसर बनाना चाहिए, न कि विवाद का कारण. अब देखना यह है कि तलोजा सोसायटी के लोग इस तनाव को कैसे सुलझाते हैं और सांप्रदायिक सद्भाव को कैसे बनाए रखते हैं. First Updated : Wednesday, 30 October 2024