करेक्टर पर शक...भाई के साथ मिलकर की प्रोफेसर पत्नी की हत्या, ऐसे खुला राज
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरू से ही खतरे के संकेत मिल रहे थे. शव की स्थिति से साफ पता चल रहा था कि हत्या कई दिन पहले ही हो चुकी थी. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को पता चला कि डॉ. अनिल का अपनी पत्नी पर शक करता था औ उसके साथ अक्सर झगड़ा होता था. वह अपनी पत्नी के साथ झगड़े के दौरान शारीरिक दुर्व्यवहार करता था, जो हाल के महीनों में बढ़ गया.

नागपुर पुलिस ने सरकारी मेडिकल कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अर्चना राहुले की हत्या के मामले को सुलझा लिया है. पुलिस ने उनकी नृशंस हत्या की साजिश रचने के आरोप में उनके पति और देवर को गिरफ्तार किया है. इस घटना से पता चला है कि इसमें गहरी घरेलू कलह और हिंसा की वजह से उसकी हत्या की गई थी. डॉ. अर्चना 12 अप्रैल को नागपुर के लाडीकर लेआउट स्थित अपने घर में मृत पाई गईं. उनके पति डॉ. अनिल राहुले ने बताया कि उनकी हत्या लूटपाट के कारण हुई होगी. पुलिस को अचर्ना का शव सड़ी-गली हालत में मिला था. अनिल राहुले के बयानों से पुलिस का शक और गहरा हो गया. आपको बता दें कि अनिल राहुले रायपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी मेंबर हैं.
दोनों के बीच होता था झगड़ा
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरू से ही खतरे के संकेत मिल रहे थे. शव की स्थिति से साफ पता चल रहा था कि हत्या कई दिन पहले ही हो चुकी थी. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को पता चला कि डॉ. अनिल का अपनी पत्नी पर शक करता था औ उसके साथ अक्सर झगड़ा होता था. वह अपनी पत्नी के साथ झगड़े के दौरान शारीरिक दुर्व्यवहार करता था, जो हाल के महीनों में बढ़ गया.
कैसे की हत्या?
पुलिस के अनुसार, डॉ. अनिल ने अपने भाई राजू राहुले के साथ मिलकर अर्चना की हत्या की साजिश रची. 9 अप्रैल को राजू को उनके नागपुर स्थित आवास पर बुलाया गया. अनिल ने अपनी पत्नी के पैर पकड़े हुए थे, जबकि राजू ने कथित तौर पर उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद दोनों ने सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करके घर को बंद कर दिया और भाग गए.
अनिल ने कबूल किया अपराध
डॉ. अनिल तीन दिन बाद वापस लौटे और हाल ही में हुई लूटपाट से हत्या की आशंका जताते हुए शोर मचाया. पूछताछ के दौरान बेहोश होने का नाटक करने सहित उनके संदिग्ध व्यवहार ने पुलिस का ध्यान और अधिक खींचा. पूछताछ के दौरान डॉ. अनिल ने अपराध कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि अपराध में कोई और मकसद या व्यक्ति शामिल था या नहीं. इस घटना ने मेडिकल और स्थानीय समुदाय दोनों को झकझोर कर रख दिया है, और बंद दरवाजों के पीछे घरेलू हिंसा की काली सच्चाई सामने आई है. पुलिस जांच जारी है.