Haryana Assembly Election: हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को होने वाले चुनाव को लेकर राज्य में सियासी उथल-पुथल मच गई है. भाजपा की गठबंधन सहयोगी के रूप में साढ़े 4 साल सत्ता में रही जननायक जनता पार्टी (JJP) के चार विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं. इसके अलावा, तीन विधायकों ने पार्टी से दूरी बना ली है, जबकि केवल तीन विधायक ही JJP के साथ बने हुए हैं.
ईश्वर सिंह, रामकरण काला, देवेंद्र बाबली, और अनुप धानक ने हाल ही में जननायक जनता पार्टी (JJP) को छोड़ दिया है. ये विधायक अब बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस ने 5-5 सीटें जीती थीं.
2019 में JJP ने किंग मेकर की भूमिका निभाई थी और दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन अब, गठबंधन टूटने के बाद, चौटाला अकेले पड़ गए हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में JJP को केवल 1% वोट मिला था और 4 विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद अन्य विधायकों के जाने की संभावना भी जताई जा रही है. जकुमार गौतम, जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा चर्चा में हैं और कहा जा रहा है कि ये भी पार्टी छोड़ सकते हैं. फिलहाल, दुष्यंत चौटाला के साथ उनकी मां नायना चौटाला और अमरजीत धांडा ही वफादार माने जा रहे हैं.
JJP ने विधायकों के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी सचिव रणधीर सिंह ने कहा कि इन्हें पूर्व में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए नोटिस जारी किया गया था. विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल मची हुई है. First Updated : Saturday, 17 August 2024