Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में चल रहे सत्ता सम्मेलन में भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार रखे. इस सम्मेलन में उनके साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद रहे. जब फडणवीस से संजय राउत के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सीधे तौर पर जवाब देते हुए कहा, 'राउत के लेवल के व्यक्ति का मैं जवाब नहीं देता.'
फडणवीस ने कहा कि उनकी प्राथमिकता इस विधानसभा चुनाव में महायुति सरकार बनाना है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री बनना उनकी प्राथमिकता नहीं है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन का कारण 'फेक नैरेटिव' बताया, जिसे भाजपा सही तरीके से काउंटर नहीं कर पाई.
वोट जिहाद का मुद्दा
इस दौरान फडणवीस ने 'वोट जिहाद' का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में उनके खिलाफ धार्मिक स्थलों से वोट की अपील की गई थी, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि विधानसभा चुनाव में यह रणनीति सफल नहीं होगी. फडणवीस ने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र में फिर से उनकी सरकार बनेगी.
जिहादी मदरसों पर सख्ती
फडणवीस ने यह भी बताया कि जिहादी मदरसों में पढ़ाई पर रोक लगा दी गई है और जो मदरसे जिहादी शिक्षा देते थे, उनकी मदद नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा, 'हिंदू शब्द के साथ जिहाद जुड़ता ही नहीं. हिंदू सहिष्णु होते हैं. हिंदुत्व के कारण ही सेक्युलरिज्म जिंदा है.'
योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया
जब फडणवीस से योगी आदित्यनाथ के बयान 'बंटोगे तो कटोगे' के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वे अल्पसंख्यकों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में नहीं देखते हैं.
उद्धव ठाकरे की चुनौती का सामना
फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस चुनाव में या तो फडणवीस रहेंगे या वो. फडणवीस ने कहा, 'कोई किसी की हस्ती मिटा नहीं सकता. राजनीति में केवल जनता ही किसी के वजूद को मिटा सकती है.' इस सम्मेलन में फडणवीस के विचार और उनकी नीतियों पर चर्चा ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. देखना होगा कि उनकी यह रणनीति आगामी चुनावों में किस प्रकार का असर डालेगी. First Updated : Monday, 28 October 2024