संबाददाता- सुनील चौधरी (फरीदाबाद, हरियाणा)
हरियाणा। सरकार ने फसल पर मार्केट फीस को 80 रुपये प्रति क्विंटल से घटाकर 50 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। 30 रुपये प्रति क्विंटल घटाने से अब राजस्व में कमी आएगी। वही आढ़तियों का कहना है कि सरकार दिल्ली की तर्ज पर एक प्रतिशत मार्केट फीस का प्रावधान करें ताकि यहां के किसान अपनी फसल बेचने दिल्ली न जाये।
वही मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी का कहना था कि इस घटाई गई फीस का आढ़तियों पर कोई असर नहीं होने वाला है और ना ही उन्हें कोई नुकसान है जबकि इसका फायदा सीधा खरीदार को मिलेगा। आढ़तियों का कहना था कि मार्केट फीस घटाने से किसान को और मिल मालिक को ही फायदा होगा, इससे आढ़तियों को कोई फायदा नहीं होने वाला।
उनका कहना था कि हमने सरकार से मांग की थी, कि दिल्ली की तर्ज पर 1% मार्केट फीस की जाए। जबकि पहले हरियाणा में मार्केट फीस 4% थी, जिसे घटाकर अब 50 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। उन्होंने बताया कि अब मार्केट फीस 50 रूपए प्रति क्विंटल और एचआरडीएफ भी 50 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है ।
लेकिन एचआरडीएफ का सरकुलेशन हमारे पास नहीं आया है और अब भी सरकार हमसे 2% के हिसाब से ले रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मार्केट फीस कम है जिसके चलते किसान दिल्ली चला जाता है और अब मार्केट फीस कम होने से यहां की मंडियों में आवक ज्यादा होगी जिससे आढ़तियों को फायदा होगा।
मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी ने बताया कि सरकार ने अब प्रावधान कर दिया है कि जो धान ढाई हजार रुपये क्विंटल से कम में बिकेगा उस पर 50 रुपये के हिसाब से मार्केट फीस ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे राजस्व में जरूर कमी आएगी, लेकिन इसका फायदा खरीददार को मिलेगा। जबकि आढ़तियों को इसका कोई नुकसान नहीं होगा। First Updated : Tuesday, 01 November 2022