फरीदाबाद: हरियाणा पुलिस फिर हुई शर्मसार, पीड़ित से मांग रही कार्यवाही के नाम पर हजारों रुपए
फरीदाबाद में दो पक्षों के लड़ाई-झगड़े में घायल हुए पीड़ित से पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठ लिए गए।
संबाददाता- सुनील चौधरी (फरीदाबाद, हरियाणा)
हरियाणा। जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली हरियाणा की BJP सरकार में हरियाणा पुलिस कितनी जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है उसका खुलासा हुआ है। बता दें कि फरीदाबाद में दो पक्षों के लड़ाई-झगड़े में घायल हुए पीड़ित से पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठ लिए गए।
लेकिन फिर भी हरियाणा पुलिस के जवानों का पेट नहीं भरा। मामला फरीदाबाद के डबुआ थाने का है जहाँ सोनू के साथ उसके पड़ोसियों के झगड़ा हो गया था। जिसमे सोनू को गंभीर चोट के साथ उसके हाँथ की उंगली में फ्रेक्चर भी आया था।
इस घटना की शिकायत सोनू ने डबुआ थाने में की थी इस मामले में कार्यवाही कर रहे जाँच अधिकारी ने पीड़ित सोनू से कार्यवाही के नाम पर हजारों रुपये पहले ही डकार लिए। बावजूद इसके जाँच अधिकारी SHO को देने के नाम पर सोनू से 60 हजार रुपयों की डिमांड कर डाली।
मरता क्या न करता पहले से हजारों रुपए पुलिस वालों दे चुके पीड़ित ने जाँच अधिकारी हेडकॉन्स्टेबल हेमराज और ASI बलबीर को SHO को देने के लिए 60 हजार रुपए दे दिए। इन रुपयों में से 55 हजार बलबीर ने लिए और 5 हजार रुपए हेमराज को दे दिए। 60 हजार रुपए देने के बावजूद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे थे।
पीड़ित के मुताबिक उसका जाँच अधिकारी हेमराज आरोपियों से भी मिला हुआ था। पीड़ित ने बताया कि जब आरोपियों को एक दिन ACP मुजेसर के पास बुलाया गया तो हेमराज ने उन आरोपियों को ACP ऑफिस के बाहर से ही भगा दिया। जिसकी उसने वीडियो बना ली, वीडियो बनाते हुए हेमराज ने पीड़ित सोनू को देख लिया और इसकी शिकायत पीड़ित सोनू ने वहीं ACP मुजेसर से कर दी।
बस यहीं से हजारो रुपए ऐंठ कर पीड़ित सोनू के पक्ष में बोलने वाली पुलिस की तोरियाँ बदल गई और पीड़ित के खिलाफ हो गई और अब उल्टे रिमेडिकल करा कर पीड़ित सोनू को केस में फंसाने और देख लेने की धमकी देने लगी।
हजारो रुपए देने के बाद भी उल्टे उसी को फंसाने की धमकी मिलने के बाद सोनू ने पुलिस से अपने दिए हुए रुपये वापस मांगने शुरू कर दिए। जिसके बाद SHO के नाम पर बलबीर द्वारा लिए गए 55 हजार में से 40 हजार रुपए सोनू को थाने में बुला कर बलबीर ने वापस दे दिए। पुलिस की जेब से कोई रुपए वापस कैसे निकलवा सकता है।
इसी बात से जाँच अधिकारी बलबीर, हेमराज और थाने के SHO आग बबूला हो गए और अब सोनू को तरह-तरह की धमकियां देने लगे। पुलिसिया धमकी से सोनू ने परेशान होकर मीडिया का सहारा लिया और अपनी आपबीती बताई। फिलहाल सोनू को पुलिस से डर है कि पुलिस उसके साथ कुछ भी करवा सकती है।
वहीं पुलिसकर्मियों से धमकी मिलने के बाद पीड़ित सोनू ने मुख्यमंत्री, और गृह मंत्री अनिल विज से हाँथ जोड़कर इस मामले में संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्म हत्या कर लेगा।
जिसकी जिम्मेदार डबुआ थाना पुलिस उसके जाँच अधिकारी हेमराज, बलबीर और थाने के SHO श्री भगवान होंगे। बता दें कि इस मामले में पीड़ित सोनू ने इसकी शिकायत फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर से की है और सभी साक्ष्यों को पेश किया है। सोनू की शिकायत मिलने के बाद फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जांच एसीपी लेवल के अधिकारी को सौंपी है।
अब देखना यह होगा कि एसीपी लेबल की जांच के बाद क्या नतीजा सामने निकल कर आता है, क्या रिश्वत मांगने वाले SHO श्री भगवान, ASI बलबीर और हेड कांस्टेबल हेमराज पर ACP की जाँच के बाद गाज गिरेगी या खाकी, खाकी का बचाव करेगी।