फरीदाबाद: ईमानदारी अभी भी है जिंदा, बस की सीट पर परिचालक को मिले एक लाख रुपए यात्री को लौटाए
बल्लभगढ़ बस डिपो पर हरियाणा रोडवेज के परिचालक ने इमानदारी की मिसाल कायम करते हुए बस की सीट पर मिले एक लाख रुपए यात्री को लौटा कर साबित कर दिया है कि ईमानदारी अभी भी जिंदा है
रिपोर्ट- सुनील चौधरी (फरीदाबाद, हरियाणा)
हरियाणा। बल्लभगढ़ बस डिपो पर हरियाणा रोडवेज के परिचालक ने ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए बस की सीट पर मिले एक लाख रुपए यात्री को लौटा कर साबित कर दिया है कि ईमानदारी अभी भी जिंदा है। अपने खोए हुए पैसों को पाकर यात्री परिचालक का धन्यवाद करते हुए नहीं थक रहा है।
वहीं रोडवेज के अधिकारी भी परिचालक की भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे हैं। आज के दौर में जहां पैसों के लिए अच्छे-अच्छों का ईमान बिगड़ जाता है। वहीं बल्लभगढ़ बस डिपो पर हरियाणा रोडवेज के परिचालक ने बस की सीट पर मिले एक लाख रुपए उक्त यात्री को लौटा कर साबित कर दिया है कि पैसों के सामने ईमानदारी आज भी भारी है।
दरअसल हल्द्वानी से बल्लभगढ़ बस डिपो की बस में सवार यात्री पवन कुमार गुप्ता सफर कर रहा था और रास्ते में बैग से कंबल निकालते वक्त टिफिन में रखें हुए एक लाख रुपए वह सीट पर ही भूल गया और अक्षरधाम उतर गया।
बस से उतरने के बाद एहसास हुआ कि उसके पैसे बस में छूट गए हैं तो उसने फरीदाबाद में रहने वाली अपनी बेटी को यह बात बताई जिस पर उसकी बेटी ने चालक परिचालक का नंबर उपलब्ध करवाया और परिचालक को फोन किया जिस पर परिचालक ने उन्हें बताया कि उनके पैसे बस अड्डे में जमा करवा दिए गए हैं।
इसलिए वह अपना टिकट और पैसों की पहचान आकर बताएं। इसके बाद यात्री पवन कुमार गुप्ता बस अड्डे पहुंचे और अपने टिकट और रुपयों की पहचान बताई। जिसके बाद उन्हें उनके पैसे लौटा दिए गए। पवन कुमार का कहना था कि परिचालक ने ईमानदारी का परिचय दिया है और वह उसे हल्द्वानी में सम्मानित करेगा।
बस के परिचालक लालचंद ने बताया कि अक्सर जब भी बस खाली होती है तो वह रूटीन के अनुसार बस को चेक करते हैं, कि कहीं किसी यात्री का सामान तो नहीं छूट गया। जब उन्होंने देखा कि एक सीट पर टिफिन रखा हुआ है, उन्होंने टिफिन खोला तो उसमें एक लाख रुपए रखे मिले। तब उन्होंने यह पैसे बस अड्डे में जाकर जमा करवा दिए।
परिचालक का कहना था कि हरियाणा रोडवेज की बसों में जब भी किसी यात्री का कोई सामान रह जाता है तो चालक-परिचालक उस सामान को बस अड्डे में जमा करवा देते हैं और मैंने भी ऐसा किया। वहीं बस अड्डे पर तैनात डीआई भागीरथ शर्मा ने परिचालक लालचंद की ईमानदारी पर फक्र करते हुए खुशी जताई और परिचालक लालचंद की प्रशंसा की।