Bihar Flood Alert: पटना में बाढ़ का संकट, गंगा ने दिखाया रौद्र रूप
Bihar Flood Alert: बिहार में गंगा नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है, जिससे पटना और आसपास के कई इलाके बाढ़ में डूब गए हैं. हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और हाइवे पर पानी बह रहा है जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. क्या गंगा का जलस्तर जल्द कम होगा? क्या लोग अपने घर लौट पाएंगे? यह सवाल हर किसी के मन में है. स्थिति गंभीर है और राहत कार्यों की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है.
Bihar Flood Alert: बिहार में गंगा नदी ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. इसके कारण पटना और आसपास के कई इलाके बाढ़ में डूब चुके हैं. कई गांव जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
गंगा के जलस्तर में अचानक वृद्धि के बाद, पटना के कई हिस्सों में पानी घुस गया है. लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और सहायता की प्रतीक्षा कर रहे हैं. रामनगर दियारा गांव में हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं, जहां स्थिति अत्यंत गंभीर है.
हाइवे पर बह रहा पानी
गंगा का पानी अब बांधों को तोड़कर हाइवे पर भी बह रहा है. एनएच 31 पर करीब एक फीट पानी बहने से गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है. बख्तियारपुर से मोकामा की ओर जाने वाले मार्ग पर जल भराव ने यातायात को प्रभावित किया है. पटना जिले के लगभग दर्जन भर गांव बाढ़ की चपेट में हैं. यहां के लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश कर रहे हैं.
चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. बीते 12 घंटे में गंगा का जलस्तर में कोई कमी नहीं आई है, जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. दियारा क्षेत्र के गांवों में सैकड़ों लोग सैलाब के कारण ऊंचे स्थानों पर खुले में शरण लेने के लिए मजबूर हैं. प्रशासन की ओर से राहत कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है लेकिन कई स्थानों पर अभी भी लोग मदद के बिना हैं.
नीतीश कुमार का हवाई सर्वे
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. वे विस्थापित लोगों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं और हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.
बिहार में गंगा का बढ़ता जलस्तर एक गंभीर समस्या बन चुका है. लोग राहत की आस लगाए बैठे हैं कि जलस्तर जल्द कम हो और वे अपने घर लौट सकें. इस बाढ़ ने न केवल कई गांवों को प्रभावित किया है, बल्कि लोगों की जिंदगी को भी दांव पर लगा दिया है. प्रशासन को इस संकट के समय में तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है.