आज अमृतसर गुरु की नगरी में G-20 सम्मेलन का आगाज हो गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगंवत मान ने विदेशी मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि हम भारत सरकार के आभारी है कि ग्लोबल मामलों को लेकर यह शिखर सम्मेलन बुलाया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इन अतिथियों को शायराना अंदाज में अमृतसर की धरती पर जी आया नू कहा है। G-20 सम्मेलन में 28 देशों के डेलीगेट्स हिस्सा ले रहे है। G-20 सम्मेलन में आज शिक्षा के मुद्दे से शुरूआत हुई है। 3 दिन शिक्षा के मुद्दे पर बात की जाएगी। उसके बाद 2 दिन लेबर पर चर्चा होगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस दौरान तीन भाषाओं में अपनी बात रखने का प्रयास किया। पंजाबी और अंग्रेजी भाषा का उपयोग किया। मेहमानों के स्वागत में बोलते हुए बोले कि आप लोगों ने अक्सर यह सुना होगा कि जिंदा रहेंगे तो फिर मिलेंगे लेकिन इस दिल ने कहा कि मिलते रहें तो जिंदा रहेंगे।
सीएम मान ने मेहमानों के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि यहां रहना आपके लिए मंगलमय आप खुश रहें। यहां से जब जाएं तो सारी जिंदगी की यादे साथ लेकर जाएं। अपने देश जाओं और सबको बताओं कि अमृतसर के लोग बहुत प्यार करने वाले और मेजबानी में अच्छे है। आपनी मेजमाननवाजी मे कोई कमी न रहे। इसके लिए हम पूरी कोशिश करेंगे लेकिन अगर आपके सम्मान में कमी रह गई हो को उसके लिए वह माफी मांगते है।
सीएम मान ने कहा कि पंजाब के नागरिक हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी निभा रहे है। हॉकी की टीम में नौ लोग पंजाब के लिए है। पंजाबी खेलों में भी आगे है और खेती में भी आगे है। फौज में जाने के लिए माने जाते है। हमारी सरकार की उच्च प्राथमिकता शिक्षा और स्वास्थ्य हैं। हमारी एक साल की सरकार में इस पर पूरा काम किया गया है।
सीएम मान ने कहा कि 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस हम बना रहे है। ताकि बच्चे जिधर जाना चाहते है उसकी उसे ट्रेनिंग दी जाएगी। यह स्कूल के अभिभावकों के अनुसार नहीं बच्चे के मानसिकता चेक करेंगे कि वह कहां जाना चाहते है। चंडीगढ़- मोहाली उच्च शिक्षा की हब के रूप में विकसित हो रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि आप लोग शिक्षा पर विचार विमर्श के लिए यहां आए है। यह नॉलेज शेयरिंग का समय है। हमारे विद्यार्थी आपके शिक्षा के लिए आए आपके यहां आने से शिक्षा का स्तर ग्लोबल होगा। शिक्षा में सुधार के लिए हम अभी तक प्रिंसपलों के दो बैच सिंगापुर नालेज शेयरिंग के लिए भेज चुके है। हर महीने यह प्रकिया चल रही है कि ताकि वह शिक्षा की बेहतर तकनीक लाए और विद्यार्थियों को मुहैया करवाएं। G-20 में जो भी विचारों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि मै वादा करता हूं उन्हे लागू करने में कोई कसर नहीं रखी जाएगी। First Updated : Wednesday, 15 March 2023