गांधीनगर की तीसरी आंख का चमत्कार: स्मार्ट पोल का वाई-फाई कैमरा राजधानी में कोने-कोने से दिखता है

गांधीनगर नगर निगम ने राज्य की राजधानी गांधीनगर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कई स्मार्ट सुविधाएं उपलब्ध कराने की कवायद साल 2018 से शुरू की थी। गांधीनगर के सेक्टर-17 जिला पंचायत के पास निगम के नए भवन के निर्माण के साथ ही एक उन्नत पूर्ण वातानुकूलित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र को चालू कर दिया गया है।

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 संवाददाता: विशाल पटेल (गांधीनगर, गुजरात)

गांधीनगर नगर निगम ने राज्य की राजधानी गांधीनगर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कई स्मार्ट सुविधाएं उपलब्ध कराने की कवायद साल 2018 से शुरू की थी। गांधीनगर के सेक्टर-17 जिला पंचायत के पास निगम के नए भवन के निर्माण के साथ ही एक उन्नत पूर्ण वातानुकूलित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र को चालू कर दिया गया है।

प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में स्मार्ट तकनीक से हर गतिविधि पर चौबीसों घंटे नजर रखने के लिए करोड़ों की लागत से तैयार उन्नत 'एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र' (आईसीसीसी) गांधीनगर की तीसरी आंख की तरह गुलजार है। चौबीसों घंटे सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक सिग्नल और शहर के प्रमुख क्षेत्रों, उद्यानों, थिएटरों, 20 हजार स्ट्रीट लाइट और घर-घर कूड़ा उठाने वाले वाहनों पर भी सीधे नजर रखी जा रही है।

गांधीनगर में महत्वपूर्ण स्थानों पर स्मार्ट पोल में वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के साथ कैमरे लगे हैं। इस कैमरे के साथ ही मैसेजिंग बोर्ड और पर्यावरण सेंसर भी लगाया गया है। पैनिक बटन फीचर भी है। पोल में कैमरे के ठीक नीचे पैनिक बटन लगाए गए हैं, ताकि मदद मांगने वाले की तुरंत पहचान की जा सके। तकनीक में नियंत्रण कक्ष से सीधे संबंधित एजेंसी को पुलिस, 108 या अग्नि सहायता प्रदान करने के लिए एक संदेश भेजना भी शामिल है, जो पैनिक बटन दबाकर अपनी समस्या पेश करने वाले व्यक्ति को आवश्यक है।

राजधानी के यातायात प्रबंधन को ऑटोमेशन मोड में लाने के लिए महत्वपूर्ण यातायात जंक्शनों पर एक अनुकूली यातायात नियंत्रण प्रणाली स्थापित की गई है। इस प्रणाली के तहत जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में लाल बत्ती उल्लंघन का पता लगाने और गति उल्लंघन का पता लगाने की सुविधा होती है, जिससे ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करने वाले या गति सीमा को तोड़ने वाले चालक की पहचान की जाती है। साथ ही यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की तस्वीरें भी हटा दी जाती हैं।

इस संबंध में कमान एवं नियंत्रण कक्ष के आईटी विभाग की उप महाप्रबंधक ईशा भगत ने कहा कि गांधीनगर में कमांड एवं कंट्रोल रूम में विभिन्न देशी एप्लीकेशन के माध्यम से ट्रैकिंग एवं निगरानी की जा रही है। यातायात प्रबंधन के लिए अनुकूली यातायात नियंत्रण प्रणाली (एटीसीएस) के माध्यम से 35 जंक्शनों की निगरानी की जाती है, जिसमें 241 कैमरे, स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली, लाल बत्ती उल्लंघन जांच प्रणाली और गति उल्लंघन जांच प्रणाली है।

इसी तरह कचरा प्रबंधन प्रणाली के अनुसार शहर में घर-घर कचरा एकत्रित करने वाली नगर पालिका पर जीपीएस सिस्टम के जरिए सीधे नजर रखी जा रही है और निगरानी की जा रही है। इसके अलावा सामान्य निगरानी प्रणाली के 237 कैमरे लगातार बगीचों, थिएटरों, सार्वजनिक स्थानों और महत्वपूर्ण सड़कों की निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा ईशा भगत ने कहा कि शहर में 40 जगहों पर स्मार्ट पोल लगाए गए हैं, जिनमें 360 डिग्री रोटेटिंग कैमरे और वाईफाई, स्ट्रीट लाइट, वेरिएबल मैसेज सिस्टम, पैनिक बटन, एनर्जी मीटर हैं। इसके अलावा 20 हजार स्ट्रीट लाइट का डाटा लाइट सिस्टम के जरिए स्टोर किया जाता है। First Updated : Friday, 16 September 2022