Ghaziabad News: लोकसभा चुनाव के दौरान प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट को लेकर अभी एक्शन हुआ है. गाजिआबाद से भाजपा सांसद अतुल गर्ग की शिकायत के बाद स्थानीय पत्रकार इमरान खान को गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ मानहानि के मामले के साथ कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. इस गिरफ्तारी के बाद से ही सियासत होने लगी है. कांग्रेस ने भाजपा को पत्रकारों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है. वहीं मामले में इमरान खान के साथी पत्रकार का भी बयान आया है.
कविनगर के स्टेशन हाउस ऑफिसर योगेंद्र मलिक ने पुष्टि की कि पत्रकार इमरान खान को उपद्रव पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह शिकायत बीजेपी सांसद गर्ग ने की थी. आइये जानें क्या है आखिर पूरा मामला
मामला इस साल 12 अप्रैल को प्रकाशित एक रिपोर्ट का है जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा द्वारा लोकसभा चुनावों के संदर्भ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को कवर किया गया था. रिपोर्ट का शीर्षक था "भाजपा ने भूमाफिया अतुल गर्ग को ही बना दिया लोकसभा प्रत्याशी," जिसमें शर्मा ने गर्ग और उनके परिवार पर जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था. चुनाव में गर्ग ने 8.54 लाख वोटों के साथ जीत हासिल की थी, जबकि शर्मा 5.17 लाख वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं.
लगभग छह महीने बाद, 6 अक्टूबर को गर्ग ने शर्मा और खान के खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज करवाई. उसी दिन आईपीसी की धारा 500 (मानहानि), 501 (जानबूझकर अपमानजनक सामग्री छापना), 504 (जानबूझकर अपमान करना जिससे शांति भंग हो सकती है), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया. इसके अलावा, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया गया.
गर्ग ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट पूरी नहीं पढ़ी, लेकिन शीर्षक में उन्हें "भूमाफिया" कहा गया था. गर्ग ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट उनकी सार्वजनिक छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास थी. गर्ग ने अपनी शिकायत में कहा कि डॉली शर्मा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मैंने 31,000 वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर कब्जा कर एक टाउनशिप विकसित की है. इसे इमरान खान के अखबार में एक योजनाबद्ध साजिश के तहत प्रमुखता से प्रकाशित किया गया.
अखबार के रिपोर्टर (जिन्होंने यह रिपोर्ट लिखी थी) ने बताया कि उन्होंने शर्मा द्वारा कही गई बातों में कोई भी जोड़-तोड़ नहीं किया. वहीं कांग्रेस के महासचिव बिजेंद्र यादव ने कहा कि डॉली शर्मा की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय थी. इमरान खान की गिरफ्तारी दिखाती है कि बीजेपी उन मीडिया समूहों को निशाना बना रही है. वो बीजेपी द्वारा फैलाई गई नफरत के खिलाफ खड़े हैं. खान एक वरिष्ठ पत्रकार हैं और उनकी गिरफ्तारी उनके मुसलमान होने की वजह से हुई है.