गाजियाबाद एनडीआरएफ का सिपाही मुकेश कुमार दो दिन के अवकाश के दौरान शुक्रवार को आया। जब सिपाही हरियाणा के अपने गृह नगर महेंद्रगढ़ जिले के गांव झगड़ोली के समीप जवाहरलाल नेहरू नहर से रेवाड़ी के एक अस्पताल आईसीयू में भर्ती रिश्तेदार को देखने के लिए जा रहा था तभी उसकी नज़र नहर के किनारे सड़क पर उमड़ी बड़ी भीड़ पर गयी। जमा भीड़ में लोगों से पूछने पर पता चला कि गणेश चतुर्थी के मौके पर मूर्ति विसर्जन करने आये कुछ युवक डूब गए हैं और लगातार उनको बचाने स्थानीय लोग नहर में छलांग लगा रहे हैं और वो भी डूब रहे हैं।
ऐसे समय जब स्थिति भयावह बनी हुई थी समय न गंवाते हुए मुकेश ने लोगों को बताया कि वह एक एनडीआरएफ का प्रशिक्षित जवान है और उसने पानी में छलांग लगा दी। मुकेश ने एक-एक कर लोगों को निकालना शुरु किया और आठ लोगों को नहर से निकाला। मुकेश के अनुसार नहर से निकाले गए लोगों में चार व्यक्तियों को सीपीआर देकर उनकी जान बचायी और अपने प्रशिक्षण के बूते लगातार तीन घंटे रेस्क्यू कार्य में जुटा रहा।
रेस्क्यू के दौरान मुकेश के शरीर पर कई चोटें आई। इस घटना में मुकेश ने एक सैनिक के रूप में अपने कर्तव्य को महत्ता देकर अपना फर्ज निभाया और कई लोगों की जान बचाई है। हालांकि घटना स्थल पर और भी लोगों को पानी से निकलने में मदद की परंतु भारी हतप्रभ भीड़ के चलते यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कितने लोगों ने पानी में छलांग लगाई। मुकेश के अनुसार अंदाजन 20-25 लोगों ने नहर में डूबते व्यक्तियों को निकालने के लिए छलांग लगाई और उसने 8 लोगों के अलावा भी कई और लोगों को भी नहर के किनारे लाने में मदद की।
इस घटना की सूचना महेंद्रगढ़ के एएसपी सिद्धांत जैन ने एनडीआरएफ कमान्डेंट प्रवीण कुमार तिवारी को दी और सिपाही मुकेश द्वारा किये गए साहसपूर्ण कार्य की सराहना की। बटालियन कमान्डेंट प्रवीण कुमार तिवारी ने भी मुकेश को फोन पर उनके प्रसंशनीय और प्रेरणापूर्ण कार्य के लिए शाबाशी दी। First Updated : Sunday, 11 September 2022