तेलंगाना के बीड़ी श्रमिकों के लिए खुशखबरी, सरकार करेगी 200 करोड़ का राजस्व भुगतान

तेलंगाना में लाखों बीडी श्रमिक हैं। जिनका जीविकोपार्जन बीड़ी बनाने और उसको बेचने से ही चलता है। ये लाखों बीड़ी श्रमिक इसी के सहारे अपने परिवार के भरण-पोषण से लेकर बच्चों की पढ़ाई लिखाई तक का इंतजाम करते हैं। तेलंगाना के इन्ही बीडी श्रमिकों का कहना है कि किसी भी सरकार ने इनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। तेलंगाना की केसीआर सरकार लगातार इन बीड़ी श्रमिकों के हित में फैसले ले रही है।

Vishal Rana
Edited By: Vishal Rana

तेलंगाना में लाखों बीडी श्रमिक हैं। जिनका जीविकोपार्जन बीड़ी बनाने और उसको बेचने से ही चलता है। ये लाखों बीड़ी श्रमिक इसी के सहारे अपने परिवार के भरण-पोषण से लेकर बच्चों की पढ़ाई लिखाई तक का इंतजाम करते हैं। तेलंगाना के इन्ही बीडी श्रमिकों का कहना है कि किसी भी सरकार ने इनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। तेलंगाना की केसीआर सरकार लगातार इन बीड़ी श्रमिकों के हित में फैसले ले रही है।

अब तेलंगाना की केसीआर सरकार ने इन बीड़ी श्रमिको को 200 करोड़ रूपये की शुद्ध राजस्व भुगतान करने का ऐलान किया है। तेलंगाना के वन मंत्री इंद्रकरन रेड्डी ने सिरपुर निर्वाचन क्षेत्र में बीड़ी पत्ता संग्राहकों को चेक वितरित कर बीड़ी पत्ता शुद्ध राजस्व भुगतान कार्यक्रम की शुरुआत की।

इस मौके पर मंत्री रेड्डी ने कहा कि "हमने पूरे तेलंगाना में 200 करोड़ रुपये का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लाभार्थियों को राशि सीधे उनके खातों में प्राप्त होगी। कोमाराम भीम-आसिफाबाद जिले में 63,573 लोगों को 31 करोड़ 58 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। अकेले सिरपुर निर्वाचन क्षेत्र में 48,418 लोगों को 26 करोड़ 98 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा।"

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि "हमने सीजन के लिए बीड़ी पत्ती संग्रह के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिसके तहत 2.27 लाख मानक बोरा पत्ते एकत्र कर बेचने का लक्ष्य है। हम मई के अंत तक इसे पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि "सरकार ने बीड़ी के पत्ते की कीमत 2 रुपये 5 पैसे से बढ़ाकर 3 रुपये प्रति पैक करने का शासनादेश पारित किया है। ये दरें मौजूदा सीजन से प्रभावी होंगी। तकरीबन 75,000 बीड़ी पत्ता संग्राहक इस सीजन के पत्ता संग्रह में हिस्सा लेने जा रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में वन विभाग के तहत वन विकास निगम यानी एफडीसी 19 जिलों में 225 इकाइयों में बिक्री करेगा। बता दें कि तेलंगाना में बीड़ी क्षेत्र 16 जिलों में 45 विधानसभा क्षेत्र में फैला हुआ है। राज्य में तकरीबन सात लाख से अधिक बीड़ी श्रमिक हैं जिनमें से 90 फीसदी से अधिक महिलाएं शामिल हैं।

तेलंगाना में फिलहाल 72 बीड़ी कारखाने हैं। कुछ प्रमुख कारखानों में लंगार, टेलीफोन, चरबाई वारंगल, करीमनगर, सिरिसिला और आदिलाबाद जिलों में स्थित हैं। औसतन, तेलंगाना में हर रोज लगभग 100 करोड़ बीड़ी का उत्पादन होता है।

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01 March 2023, 08:28 PM IST

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