Gorakhpur case: मुर्तजा को पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय लखनऊ लाया गया
मुर्तजा को बुधवार एटीएस मुख्यालय लखनऊ लाया गया। जहां पर उससे आगे की पूछताछ होगी।
गोरखपुर कांड का आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी हमला करके गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों की जान लेना चाहता था। इसका अंदाजा वायरल वीडियों से लगाया जा सकता है। जिसमें उसने धारदार हथियार से दो सिपाहियों पर कई वार किए थे। उसका टारगेट सिर्फ पुलिसकर्मी ही थे। मुर्तजा को बुधवार एटीएस मुख्यालय लखनऊ लाया गया। जहां पर उससे आगे की पूछताछ होगी।
एटीएस के सूत्रों ने कहा कि मुर्तजा जान लेने और अपनी जान देने के इरादे से ही हमला करने गया था। एटीएस की जांच में भी यह साफ हो चुका है। घटना के वक्त उसने नारा-ए-तकबीर लगा रहा था। जो एक तरह से जंग का नारा है। मुर्तजा ने धारदार हथियार से दो सिपाहियों पर एक साथ कई वार किए। उसके निशाने पर केवल सिपाही ही थे। इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है। घटना के बाद मुर्तजा के पास से धारदार हथियार भी बरामद किए गए।
एफआईआर के अनुसार, हमले के वक्त मुर्तजा के पास धारदार चाकू भी था। जानकारी के अनुसार रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर पीएसी जवान गोपाल गौड़, अनिल पासवान पर धारदार हथियार से हमला करने वाला आरोपी मुर्तजा अब्बासी सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था। सोमवार को रिमांड के बाद उससे पूछताछ की जा रही है।
गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी मुर्तजा का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। उसके घर की तलाश में मिले अहम सुरागों के साथ उसे लेकर एटीएस की टीम बुधवार को लखनऊ मुख्यालय पहुंच गई है। एटीएस के हाथ जो सबूत लगे हैं, उससे यह बात निकलकर सामने आ रही है कि मुर्तजा आतंकी संगठन के सम्पर्क में था।
मंगलवार रात करीब आठ बजे मुर्तजा का मेडिकल कराया गया। इसके बाद बुधवार तड़के कड़ी सुरक्षा में उसे लेकर एटीएस की टीम लखनऊ के लिए रवाना हुई। इसके बाद करीब 11 बजे के आसपास लखनऊ मुख्यालय पहुंच गई। खुफिया विभाग से मिली अहम जानकारी के बाद एटीएस, एसटीएफ, और सुरक्षा जांच एजेंसी से जुड़ी कई टीमें नेपाल, मुंबई, जामनगर, गाजीपुर और जौनपुर के अलावा कई जिलों में डेरा डाले हुए हैं।