संवाददाता: विशाल पटेल (गांधीनगर, गुजरात)
गुजरात के कई सरकारी कर्मचारी ग्रेड पे और पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार ने बातचीत कर सरकारी कर्मचारी संघ के नेताओं को विश्वास में लिया, लेकिन गांधीनगर में अन्य कर्मचारियों, किसानों और पूर्व सैनिकों की नाराजगी बनी रही। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में कई शिक्षक आज मास सीएल पर चले गए हैं। द्वारा किए गए समझौते पर शिक्षक असंतोष दिखा रहे हैं। गांधीनगर पुराने सचिवालय में बड़ी संख्या में कर्मचारी जमा हो गए हैं। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए नारेबाजी की।
भारतीय किसान संघ भले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हो और भाजपा का सहयोगी संगठन हो, लेकिन वे परेशान हैं। चूंकि राज्य सरकार ने अभी तक उनसे बातचीत नहीं की है, इसलिए वे शनिवार को राजधानी के सेंट्रल विस्टा में धरना देंगे। उत्तरी गुजरात के किसानों में आक्रोश है। *एक तरफ शिक्षक सोशल मीडिया पर नाराजगी जता रहे हैं। सरकार से बातचीत के बाद भी पुरानी पेंशन योजना को लेकर विरोध जारी है। वहीं, शुक्रवार को तय किए गए फार्मूले के अनुसार जिन लोगों को कोई लाभ नहीं मिलेगा, उनमें पंचायत से कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी, ग्राम कंप्यूटर आपरेटर (वीसीई), संविदा आउटसोर्सिंग कर्मचारी, भारतीय किसान संघ, पूर्व सैनिक आदि शामिल हैं। गांधीनगर सेंट्रल विस्टा में पंचायत स्वास्थ्यकर्मी धरने पर बैठे थे। उन्होंने शनिवार को रोड स्टॉप कार्यक्रम का भी ऐलान किया है।
राज्य सरकार के विभिन्न कार्यालयों में आउटसोर्सिंग, निश्चित वेतन और अनुबंध के आधार पर काम करने वाले कर्मचारियों के संगठन गुजरात जनता जागृति मंच ने 17 सितंबर से आंदोलन की घोषणा की है। वे शनिवार सुबह 11 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय में भूख हड़ताल करेंगे।
ग्राम कम्प्यूटर ऑपरेटर (वीसीई) एसोसिएशन के कर्मचारियों का आंदोलन लगातार नौवें दिन भी जारी है। वह शनिवार को गुजरात के हर जिले में भजन और रामधुन करेंगे। इसके अलावा नगर पालिका के कर्मचारी संघ ने भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन शुरू करने की धमकी दी है। First Updated : Saturday, 17 September 2022