पिछले साल अक्टूबर में, गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में पुलिस ने 1200 पन्नों की चार्ज-शीट दायर की है। इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे में 180 से अधिक लोग घायल हुए थे। जानकारी के मुताबिक इस केस में पहले ही नौ आरोपी सलाखों के पीछे हैं और अब ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल को दसवें आरोपी के रूप में चार्ज-शीट में शामिल किया गया है।
बता दें कि मोरबी पुल हादसा पिछले साल अक्टूबर में हुआ था जिसमें मच्छु नदी पर बना 140 साल पुराना पुल शाम के समय अचानक टूट गया था और इसमें 135 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई नेताओं ने दुःख जताया था। एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने 30 अक्टूबर, 2022 को पुल ढहने की घटना के संबंध में पहले ही जयसुख पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर 1 फरवरी को सुनवाई होगी।
अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (ओरेवा ग्रुप) मच्छू नदी पर ब्रिटिश काल के निलंबन पुल के संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार था जो ढह गया था। अब इस केस में 1200 से अधिक पन्नों की चार्ज-शीट दायर की गई है। हादसे के वक़्त इस पुल पर 500 से अधिक लोग थे, जबकि इसकी कुल क्षमता मात्र 125 लोगों को संभालने लायक थी, जो इस हादसे के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा इस पुल को नगरपालिका को बिना बताए ही तय समय से पूर्व बिना किसी फिटनेस प्रमाण पत्र लिए ही शुरू कर दिया गया था। इस घटना से पहले, इसे मरम्मत के कार्य हेतु लगभग 6 महीने तक बंद रखा गया था। मरम्मत पूर्ण होने के बाद इसे 26 अक्टूबर 2022 को गुजराती नववर्ष के अवसर पर पुनः शुरू किया गया था। लेकिन मरम्मत के बाद दोबारा खोले जाने के चार दिन बाद 30 अक्टूबर 2022 की शाम 6:40 बजे यह पुल अचानक से टूट गया। First Updated : Friday, 27 January 2023