Gujarat: गिर सोमनाथ जिले में परिवार ने दी नाबालिक बेटी की बलि, फैली सनसनी
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के धारा गिर गांव में एक परिवार पर संदिग्ध मानव बलि के मामले में अपनी 14 वर्षीय बेटी की हत्या का आरोप लगाया गया है।
संवाददाता- अजय मिस्त्री, गुजरात
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के धारा गिर गांव में एक परिवार पर संदिग्ध मानव बलि के मामले में अपनी 14 वर्षीय बेटी की हत्या का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि पिता ने अपनी14 वर्षीय मासूम नाबालिग बेटी की बलि देकर उसकी हत्या कर दी है। बाद में मंत्र विद्या से नाबालिग को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया। हालांकि, मासूम नाबालिग बेटी के जीवित नहीं हो सकी। इसके बाद अंधविश्वास का शिकार हुए परिजनों ने अंतत: उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे आला पुलिस अधिकारियों को कुछ संदिग्ध सामान भी मिले हैं और पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस गुमशुदा लड़की के माता-पिता से पूछताछ कर रही है। इस घटना से पूरे सूबा समेत पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है।
इक्कीसवीं सदी में भी सूबा सहित पूरे राज्य में कोहराम मच गया है, क्योंकि यह घटना सामने आई है, जो साबित करती है कि लोगों की अंधविश्वास में गहरी आस्था है। इस घटना के प्राप्त विवरण के अनुसार, गिर सोमनाथ जिले के तलाला तालुका के धवा गिर गांव के वाडी क्षेत्र के पुलिस ने बताया कि भावेश अकबरी नाम का एक व्यक्ति यहां वाडी इलाके में रहता है। जो सूरत में रहता था और पिछले छह महीने से यहां रह रहा है। उनकी 14 साल की मासूम बेटी 9वीं में पढ़ती है। इस मासूम बेटी ने अपने आठवें जन्मदिन की रात अपने ही पिता की बलि देने की कहानी सुनाई, जिसका विवरण एक बार पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। बाद में आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद पुलिस टीमों ने भावेश अकबरी की वाडी में जांच शुरू की, जिसमें धान के खेत में लगे गन्ने की बाड़ से दो बोरे व राख से भरा थैला मिला है और थैलियों के अंदर कपड़े व राख भी मिली है।
हालांकि पुलिस को अभी तक कुछ संदिग्ध सामान के अलावा कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। वाडी में इसकी विस्तृत जांच की जा रही है। इस अजीबोगरीब घटना को लेकर ग्रामीणों में चर्चा की गई जानकारी के अनुसार आठवें यज्ञ के बाद 14 साल की मासूम बच्ची के शव को चार दिन तक गलीचे में लपेट कर रखा गया था। बाद में ज्ञानगठिया परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में मासूम बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया। बहरहाल, आज इस मामले के सामने आते हुए जिला पुलिस प्रमुख मनोहरसिंह जडेजा ने मौके का दौरा किया है और आगे की जांच के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया है। अब पता चला है कि तलाला पुलिस लड़की के माता-पिता को पूछताछ के लिए थाने ले गई है। इस घटना को लेकर गांव के नेता गौतम जसरोटिया ने कहा कि हमारे गांव के फूल जैसी मासूम लड़की को अंधविश्वास की वजह से मार दिया गया है।
ग्रामीणों का मानना है कि आठ दिन पहले मासूम बेटी की बलि दी गई थी। इस मान्यता के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति के अनुसार घर लक्ष्मी किसी बेटी, मां या बहन का रात के समय अंतिम संस्कार नहीं करती है। तो इस मामले में रात्री की मासूम बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है जिससे हमारा शक और भी मजबूत हो गया है। इस मासूम की मौत की सूचना ग्राम पंचायत में भी नहीं मिली। ग्रामीण उग्र रूप से मांग कर रहे हैं कि मासूम बेटी के साथ जो हुआ उसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए और जो भी दोषी है उसे उसके अनुसार दंडित किया जाना चाहिए।
इस विचित्र घटना को लेकर जिला पुलिस प्रमुख मनोहर सिंह जडेजा ने कहा कि 14 साल की मासूम बच्ची के माता-पिता संदेह के घेरे में हैं। क्योंकि, पुलिस पूछताछ में लड़की के पिता अलग-अलग बयान दे रहे है। जिस जगह से घटना की आशंका जताई जा रही है, वहां से पुलिस को मिले सबूतों को जांच के लिए एफएसएल भेज दिया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस किसी नतीजे पर पहुंच सकेगी। फिलहाल पुलिस बच्ची के पिता समेत चार लोगों से पूछताछ कर रही है।