भारी भूस्खलन से गुवाहाटी का बराक घाटी से फिर कटा संपर्क
भारी भूस्खलन के चलते बीती रात मेघालय में गुवाहाटी-बराक घाटी को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। जहां भूस्खलन हुआ है, वहां दोनों छोरों पर हजारों वाहन फंस हुए हैं। बराक घाटी के साथ ही मणिपुर और मिजोरम राज्य का सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है।
भारी भूस्खलन के चलते बीती रात मेघालय में गुवाहाटी-बराक घाटी को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। जहां भूस्खलन हुआ है, वहां दोनों छोरों पर हजारों वाहन फंस हुए हैं। बराक घाटी के साथ ही मणिपुर और मिजोरम राज्य का सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है।
उल्लेखनीय है कि असम समेत पूरे पूर्वोत्तर में लगातार हो रही बरसात के चलते स्थिति गंभीर है। बरसात के चलते असम के अभी भी 20 से अधिक जिला बाढ़ की चपेट में हैं। भारी बरसात और भूस्खलन के चलते असम के बराक घाटी के साथ ही मणिपुर और मिजोरम का संपर्क देश के शेष हिस्सों से कटा हुआ है। गुवाहाटी से बराक घाटी को जाने वाली रेल लाइन भूस्खलन के चलते बुरी तरह से प्रभावित है। ट्रेन मार्ग बंद है।
सड़क मार्ग भी कई बार भूस्खलन के चलते बंद हुआ, जिसे बाद में खोला गया था। एक बार फिर से बीती रात भारी भूस्खलन के चलते बीती रात बराक घाटी-गुवाहाटी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग मेघालय में भूस्खलन के चलते बंद हो गया है। बीती रात मेघालय के सोनापुर में भारी भूस्खलन हुआ जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। हजारों की संख्या में भूस्खलन वाले स्थान के दोनों ओर हजारों की संख्या में बस, ट्रक समेत अन्य वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग की एजेंसी सड़क से मलबा को हटाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर और करीमगंज जिला शहर पिछले एक सप्ताह से बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। सबसे खराब स्थिति सिलचर शहर की है। हालांकि, बाढ़ का पानी कम हो रहा है, बावजूद स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।