उत्तरप्रदेश के हरदोई में भी मदरसों का सर्वे शुरू हो गया है। 5 अक्टूबर तक जिला प्रशासन को सर्वे रिपोर्ट देनी है। जिसको देखते हुए आज जिला अल्पसंख्यक अधिकारी व नायब तहसीलदार द्वारा खदरा स्थित मदरसा बुस्ताने रहमत का सर्वे किया गया, सर्वे टीम ने वहां मौजूद रजिस्टर व अन्य दस्तावेज भी चेक किये, साथ ही साथ मदरसे में कमरों की संख्या, पढ़ाने जाने वाले पाठ्यक्रम की भी जानकारी ली, जिसमे पता चला कि मदरसा बुस्ताने रहमत में उर्दू फ़ारसी अरबी के अलावा भी हिंदी इंग्लिस, मैथ आदि भी बच्चो को पढ़ाई जाती है।
आपको बता दें कि यह मामला हरदोई शहर के निकट स्थित खदरा के पास स्थित मदरसा बुस्ताने रहमत की है, जहाँ आज मदरसा के सर्वे के लिए जिला अल्पसख्यक अधिकारी की एक टीम सर्वे हेतु पहुची है। सर्वे में टीम द्वारा मदरसे के सारे दस्तावेज की चेकिंग की जा रही है व मदरसे में बने कक्ष संख्या भी देखी जा रही है, मदरसे में पढ़ रहे छात्रों से भी जिला अल्पसख्यक अधिकारी पढाने वाले पाठ्क्रम को पूछ रहे है व वहां मौजूद किताबो के बारे में जानकारी भी ले रहे है। एक छात्र अंग्रेजी विषय की जब जानकारी ली तो छात्र ने बाकायदा उस पाठ्यक्रम को अंग्रेजी में पढ़ कर सुनाया।
मदरसे के नाजिम से जब पूछा गया कि किन किन बिन्दुओ पर जाच की गई और क्या कहेंगे इस सर्वे के बारे में, तो मदरसे के नाजिम का कहना था कि जो गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे का कार्य चल रहा है उसमें 12 बिंदुओं पर जो जानकारी मांगी गई है उनके सही सही जवाब सर्वे टीम को दे दिए गए हैं। बहुत अच्छे ढंग से सर्वे हो चुका है सारे सवालों के जवाब दे दिए गए मेरी गुजारिश है सभी से जो भी 12 बिंदुओं पर मदरसों से जानकारियां मांगी गई है लोग सही से उनको जवाब दे दें किसी भी चीज से डरने की जरूरत नहीं है। बहुत अच्छे माहौल में सर्वे हो रहा है बहुत अच्छे माहौल में पूछताछ हो रही है। आप बहकावे में तथा भयभीत होने की आवश्यकता नहीं जो पूछा जाए उसका सही-सही जवाब आप उपलब्ध करा दें।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी रोहित सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सर्वे टीम द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसे का सर्वे किया गया जोकि हरदोई के खदरा इलाके में स्थित है। इसका नाम मदरसा बुस्ताने रहमत है। यह मदरसा ट्रस्ट एक संस्था द्वारा चलाया जा रहा है जो 2012 से रजिस्टर्ड है। इसकी जमीन और भवन ट्रस्ट के नाम ही दर्ज है, इनके मदरसे में चार कमरे एक हाल एक ऑफिस है। इसके अतिरिक्त इनके हॉस्टल भी है और दो कमरे ऐसे हैं जो शिक्षकों के रहने के लिए हैं। यह मदद से गैर मान्यता प्राप्त है और इनका पाठ्यक्रम जो है वह देवबंद सहारनपुर से सम्बद्ध है।
हरदोई में एक बड़ा मदरसा है अशरूफ मदारिस उससे सम्बद्ध है।छात्रों की संख्या इनके यहां 101 है। पढाने वाले 7 टीचर है और एक प्रिंसिपल है। एक प्रश्न के जवाब में जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने बताया कि उर्दू फारसी अरबी के अलावा हिंदी अंग्रेजी भी विषय पढ़ाया जाता है। बच्चों से जब पढ़वाया तो पाया की बच्चे पढ़ लेते थे ,साथ ही साथ रजिस्टर्ड मदरसों की संख्या हरदोई में 180 है।मदरसे के आय के सौत्र क्या है। इस संबंध में प्रश्न का जवाब देते हुए बताया क्या आपके द्वारा पूछा गया यह प्रश्न अच्छा है क्योंकि 12 बिंदुओं मैं यह इंपोर्टेंट प्रश्न है, इस मदरसे की जांच में जब पूछा गया तो इनके द्वारा पता चला कि आवामी चंदा जगह-जगह जाकर जो लिया जाता है उसी से इनके मदरसे का संचालन हो रहा है। First Updated : Saturday, 17 September 2022