AAP ने हरियाणा चुनाव के लिए जारी की दूसरी लिस्ट, 11 उम्मीदवारों में BJP के बागियों का भी नाम शामिल
Haryana elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव के सभी पार्टिया एक-एक करके अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर रही हैं. कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत विफल होने के बाद आप ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. वहीं मंगलवार देर रात हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची जारी कर दी. आज के इस लिस्ट में बीजेपी के बागियों के नाम भी शामिल हैं.
Haryana Assembly elections: आम आदमी पार्टी ने हरियाणा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट मंगलवार को जारी कर दी है. इससे पहले पार्टी ने 9 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की थी. यानी पार्टी ने अब तक 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में से 40 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
अपनी तीसरी सूची में आप ने गढ़ी सांपला-किलोई निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्रवीण गुसखानी को मैदान में उतारा है.अन्य में रादौर से भीम सिंह राठी, नीलोखेड़ी से अमर सिंह, इसराना से अमित कुमार, झज्जर से महेंद्र दहिया, रेवाड़ी से सतीश यादव और हथीन से कर्नल (सेवानिवृत्त) राजेंद्र रावत शामिल हैं.
हरियाणा में कब है विधानसभा चुनाव
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को है. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है. कांग्रेस और आप ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, जबकि पंजाब में उन्होंने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. लेकिन इस बार आप अकेले चुनाव लड़ रही है क्योंकि इस बार कांग्रेस और आप में सहमति नहीं बनी है.
तीसरी लिस्ट में इन नेताओं को मिला टिकट
नयी सूची के अनुसार, आप ने रीता बामनिया को साढौरा, किशन बजाज को थानेसर और हवा सिंह को इंद्री से उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी ने रतिया से मुख्तियार सिंह बाजीगर, आदमपुर से भूपेंद्र बेनीवाल और बरवाला से छत्रपाल सिंह को टिकट दिया है. सूची के अनुसार, जवाहरलाल बवाल से प्रवेश मेहता फरीदाबाद और अबाश चंदेला तिंगा से चुनाव लड़ेंगे.
Aam Aadmi Party (AAP) released the third list of 11 candidates for Haryana Assembly Elections pic.twitter.com/ix6ywDZrea
— ANI (@ANI) September 10, 2024
कांग्रेस-आप में नहीं बनी गठबंधन
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी 10 सीट मांग रही थी. जबकि कांग्रेस ने उसे केवल पांच सीटों की पेशकश की थी. बता दें कि कांग्रेस और आप ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था. जबकि पंजाब में उन्होंने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरियाणा में आप को एक सीट दी थी, जिस पर उसकी हार हुई थी.