हरियाणा: भिवानी-कालका एक्सप्रेस दो साल और छह महीने बाद फिर हुई शुरू
उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा हरियाणा प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों को प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ व हिमांचल प्रदेश से जोडऩे वाली भिवानी-कालका एक्सप्रेस आज लगभग ढाई साल बाद कोविड के बाद फिर से शुरू कर दी गई
हाइलाइट -
सांसद धर्मवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को किया रवाना -
प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों के यात्रियों को होगा फायदा -
विद्यार्थियों, शिक्षकों, दैनिक यात्रियों तथा कर्मचारियों को पहुंचेगा सीधा लाभ -
सांसद कोविड के कारण बंद कर दी गई थी प्रदेश की सबसे पॉपुलर ट्रेन -
सांसद धर्मवीर सिंह दक्षिण हरियाणा के अंतिम छोर के यात्रियों को राजधानी तक पहुंचने के लिए मिली बेहतर सुविधा -
भिवानी: उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा हरियाणा प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों को प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ व हिमांचल प्रदेश से जोडऩे वाली भिवानी-कालका एक्सप्रेस आज लगभग ढाई साल बाद कोविड के बाद फिर से शुरू कर दी गई। भिवानी चलने वाली यह ट्रेन हरियाणा की लाईफ लाईन कही जाती है।
जो प्रदेश के नागरिकों को राजधानी से संबंधित कार्यों को निपटाने के लिए मुख्य गाड़ी कहलाती रही है। भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सांसद चौ. धर्मवीर सिंह ने रेल सेवा को हरी झंडी दिखाकर रेल मंत्री का आभार जताया तथा गाड़ी को यात्रियों सहित राजधानी की तरफ रवाना किया। गौरतलब है कोविड-19 के दौरान भिवानी से चंडीगढ़ कालका जाने वाली गाड़ी रोक दी गई थी। और उसके बाद यह गाड़ी नहीं चलाई गई थी। जिसके चलते दैनिक रेल यात्री संघ व अनेक संगठनों व रोहतक व भिवानी के सांसद के समक्ष समस्या रखी गई थी।
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह व रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने रेल मंत्री से इस बारे में गुहार लगाई, उसके बाद आज से यह रेल सेवा शुरू हुई है। जिससे देश और प्रदेश के लोगों को इसका बड़े स्तर पर लाभ मिलेगा। भिवानी महेंद्रगढ़-लोकसभा सांसद चौ. धर्मवीर सिंह ने कहा कि इस रेल सेवा के शुरू होने से विद्यार्थियों, शिक्षकों और दैनिक यात्रियों तथा चंडीगढ़ सचिवालय में जाने वाले कर्मचारियों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि अभी इस रेल सेवा में कुछ खामियां हैं क्योंकि पहले यह रेलगाड़ी अपने समय अंतराल में पहुंचती थी, लेकिन अब कुछ तकनीकी समस्याएं होने के कारण यह गाड़ी जो 5 घंटों में चंडीगढ़ पहुंचती थी अब यह गाड़ी करीब 6 घंटे में चंडीगढ़ पहुंचेगी। जिससे समय को देखते हुए यह बड़ी समस्या यात्रियों को रहेगी।
उन्होंने कहा कि जो कोरिडोर कनेक्टिविटी तैयार की गई है, उससे व्यक्ति अपनी गाड़ी में या बस में सफर करता है तो ढाई से 3 घंटे में पहुंच जाता है। लेकिन इस रेल के माध्यम से यदि इस मार्ग पर सफर किया जाता है तो उसे 6 घंटों का सफर करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री के समक्ष व रेल डिपार्टमेंट के समक्ष यह समस्या रखकर जल्द ही इस गाड़ी की गति को तेज करवाने की कोशिश की जाएगी, ताकि यात्री कम समय में अपने स्थान पर समय पर पहुंच सके।
इस बारे में भिवानी के यात्री रमेश, जयभगवान, महाबीर डालमिया व नरेश कुमार ने बताया कि पिछले अढ़ाई वर्षो के बाद उन्हे यह दैनिक रेल सेवा राजधानी तथा हिमाचल प्रदेश जाने के लिए मिली है। इससे उन्हे अब ना केवल राजधानी व हिमाचल प्रदेश बल्कि रोहतक, अंबाला, करनाल, पानीपत, कुरूक्षेत्र आदि जिलों से भी जुडऩे का अवसर मिला है तथा उनकी यात्रा सुगम हुई है। इस ट्रेन के चलने से प्रदेश का व्यापार बढ़ेगा तथा लोगों को आवागमन के लिए बेहतर सुविधा मिल पाएगी।