संबाददाता: राजीव मेहता (हरियाणा)
फरीदाबाद: यूपी सीएम योगी की तर्ज पर फरीदाबाद में भी चला बुलडोजर, गैंगस्टर मनोज मांगरिया के गुर्गे जावेद द्वारा अवैध रुप से जमीन पर कब्जा करके बनाई गई दुकानों, मकान और गोदाम पर चला पीला पंजा, फरीदाबाद पुलिस व नगर निगम द्वारा की गई कार्यवाही मे गोदाम, मकान सहित 7 दुकाने ध्वस्त।
हरियाणा सरकार के आदेश पर गैंगस्टर मनोज मांगरिया के गुर्गे जावेद द्वारा अवैध रुप से जमीन पर कब्जा करके बनाई गई दुकानों, मकान और गोदाम पर चला पीला पंजा। मांगरिया का गुर्गा जावेद करीब 14 साल से अपराधिक गतिविधियों मे संलिप्त रहा है।
जावेद बदमाशी का रौब जमाने के लिए अपने साथियों के साथ अवैध हथियार व लाठी डण्डों इत्यादि से लैस होकर पड़ोस व गांव के लोगो पर हमला कर भय पैदा करके जमीन कब्जाने का काम करता है। जावेद ने अपराधिक गतिविधियो मे संलिप्त रहकर अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति से काफी दुकानें बनाकर उनका किराया वसूल कर अवैध संपत्ति अर्जित कर रहा था। फरीदाबाद पुलिस ने आरोपी जावेद द्वारा बनाई गई अवैध दुकानो को चिन्हित किया।
आज चिन्हित दुकानो को प्रर्याप्त पुलिस बल के साथ पुलिस व नगर निगम द्वारा संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुए मांगरिया के गुर्गे जावेद की अवैध दुकानों को जमींदोज कर दिया गया है। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भी अब बदमाशों के द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति पर बुलडोजर चलने की पहल हो चुकी है, बदमाश मनोज मांगरिया के खास गुर्गे जावेद पुत्र फतेली निवासी गांव बड़खल थाना सूरजकुण्ड के खिलाफ जान से मारने, अवैध हथियार रखने और लाठी डण्डों इत्यादि से लैस होकर हमला करने के 11 मुकदमें दर्ज है।
जो न्यायालय में विचाराधीन है। गौरतलब है कि सेन्ट्रल जेल अंबाला मे बन्द गैंगस्टर मनोज मांगरिया कुख्यात बदमाश है, जिसके खिलाफ फरीदाबाद मे संगीन धाराओं के अन्तर्गत हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध हथियार व गैंग बनाकर हथियारो से लैस होकर मारपीट इत्यादि के 17 मुकदमें दर्ज है।
गैगस्टर मनोज मांगरिया पर 5 लाख का ईनाम था। जिसे फरीदाबाद क्राईम ब्रांच द्वारा वर्ष 2021 मे गिरफ्तार किया गया था। फरीदाबाद पुलिस द्वारा अवैध नशे के कारोबार व अन्य अपराधिक गतिविधियो मे संलिप्त रहकर अवैध रुप से अर्जित संपत्ति से बनाए गए दुकान, मकान इत्यादि को चिन्हित किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार के आदेशानुसार, भविष्य मे कानूनी कार्यवाही करते हुए तोड़ दिया जाएगा। तोड़-फोड़ की कार्यवाही के दौरान कानून व्यवस्था के मद्देनजर उच्चाधिकारी मौजूद रहे। पुलिस अधिकारियों की सूझबूझ व भारी पुलिस बल के चलते तोड़-फोड़ की कार्यवाही शांति पूर्वक रही। First Updated : Wednesday, 14 September 2022