BJP के इस कदम ने जिता दी हारी हुई बाजी? 200 दिन पहले लिया गया था फैसला
नायब सिंह सैनी ने हरियाणा में मुख्यमंत्री बनकर भाजपा को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई है, जिसने 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को मात दी. महज 200 दिन में उन्होंने अपनी योजनाओं से जनता का विश्वास जीत लिया. सैनी ने हार की स्थिति में अपनी जिम्मेदारी लेने की बात कही और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की. क्या सैनी का यह नेतृत्व हरियाणा की राजनीति में एक नई दिशा देगा? जानें इस दिलचस्प कहानी में!
Haryana Elections 2024: हरियाणा की राजनीतिक पृष्ठभूमि में नायब सिंह सैनी का नाम अब एक महत्वपूर्ण अध्याय बन चुका है. उन्हें हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में मात्र 200 दिन पहले नियुक्त किया गया लेकिन इस छोटी अवधि में उन्होंने भाजपा को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई. यह जीत केवल एक चुनावी जीत नहीं बल्कि 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को पार करने की एक महत्वपूर्ण सफलता थी.
मार्च 2024 में, भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया. यह कदम उस समय उठाया गया जब लोकसभा चुनावों से ठीक दो महीने पहले और विधानसभा चुनाव से मात्र पांच महीने पहले पार्टी को मजबूती की आवश्यकता थी. इस बदलाव को कई लोगों ने भाजपा के चुनावी रणनीति का हिस्सा माना, जिसमें मौजूदा मुख्यमंत्रियों को चुनाव से पहले बदलने की परंपरा को दोहराया गया.
सैनी का नेतृत्व और जिम्मेदारी
सैनी ने चुनावी अभियान का नेतृत्व किया और भाजपा की उपलब्धियों का चेहरा बने. उन्होंने न केवल पार्टी के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई, बल्कि हार की स्थिति में पूरी जिम्मेदारी लेने की बात भी कही. उन्होंने कहा, 'अगर हम हारते हैं तो इसकी जिम्मेदारी मेरी होगी. लेकिन मुझे अपनी जीत पर पूरा भरोसा है.' उनका यह बयान उनकी मजबूत नेतृत्व शैली को दर्शाता है.
#WATCH | Kurukshetra: Haryana Chief Minister & BJP candidate from Ladwa, Nayab Singh Saini joins in the singing of bhajans at Shri Dakshin Mukhi Hanuman Temple located in Brahma Sarovar ahead of the counting of votes for the #HaryanaElections pic.twitter.com/U4IXDs8uGp
— ANI (@ANI) October 8, 2024
कांग्रेस की चुनौती और भाजपा की जीत
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैनी को 'डमी सीएम' कहकर उनकी क्षमता पर सवाल उठाया था. लेकिन सैनी ने अपनी योजनाओं और कार्यों के माध्यम से यह साबित किया कि वे वाकई 'नायब' हैं. उन्होंने सत्ता विरोधी लहर के बावजूद पार्टी को मजबूत जनादेश दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
परिणामों का सामना
मंगलवार को जब वोटों की गिनती शुरू हुई, तो सैनी ने इंडिया टुडे से बात करते हुए पार्टी की जीत और हार की जिम्मेदारी दोनों स्वीकार की. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की भी सराहना की और इसे पार्टी के लिए मार्गदर्शक बताया.
नायब सिंह सैनी का मुख्यमंत्री बनना हरियाणा भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है. उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में एग्जिट पोल को गलत साबित करते हुए पार्टी को एक नई दिशा दी है. यह चुनावी जीत केवल सैनी की नहीं, बल्कि भाजपा के सामूहिक प्रयासों की भी कहानी है, जो साबित करती है कि जब नेतृत्व मजबूत हो, तो कोई भी चुनौती पार की जा सकती है. हरियाणा में भाजपा की यह जीत न केवल पार्टी के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है.