कांडी है हाथरस वाला बाबा! घर से ही लगे गंभीर आरोप, भाई की पत्नी ने खोल दिए राज

Hathras Satsang Accident: हाथरस हादसे में 121 मौतों के बाद बाबा अंडरग्राउंड है. प्रशासन घायलों के इलाज में लगा हुआ है. वहीं पुलिस बाबा की तलाश कर रही है. इस बीच बाबा के बारे में कई खुलासे हो रहे हैं. News-18 से बात करते हुए उसके छोटे भाई की पत्नी उसके कई राज खोले हैं. उसने बाबा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. बताया जा रहा है कि सूरजपाल यानी संत भोले बाबा घर के लोगों पर ही अत्याचार करता था.

calender

Hathras Satsang Accident: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद चीख पुकार मची हुई है. सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित सत्संग में भगदड़ के कारण 121 लोगों की मौत हो गई है. इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. कई लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है. घटना के बाद से बाबा फरार है. एक तरफ पुलिस उसकी तलाश कर रही है. दूसरी तरफ उसे लेकर कई खुलासे हो रहे हैं. सूरजपाल उर्फ संत भोले बाबा पर उसके घर लोगों ने ही गंभीर आरोप लगाए हैं. बताया जा रहा है कि वो घर पर बच्चों के साथ भी मारपीट करता था.

घटना के बाद News-18 ने सूरजपाल उर्फ संत भोले बाबा के परिवार के सदस्य ने बातचीत की. इसमें उन्होंने बाबा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और बाबा की पोल खोल दी है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि वो बाबा कांडी है. आइये जानें घर के लोगों ने बाबा के बारे में क्या कहा?

भाई की पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप

समाचार चैनल से बात करते हुए बाबा के छोटे भाई की पत्नी ने कहा कि उनको परिवार से कोई लेना देना नहीं था. भाई की मौत पर भी वो घर नहीं आए. वो जब एक बार घर आए थे तो उन्होंने बच्चों से मारपीट की थी. मामला थाने में भी पहुंचा था. हालांकि, इसका कोई परिणाम नहीं निकला. छोटे भाई की पत्नी के अनुसार, उनके रवैये के कारण घर से भी कोई बाबा से मिलने नहीं जाता था.

सेवादार को कोई जानकारी नहीं

चैनल ने बाबा के सेवादारों से भी बात करने की कोशिश की है. हालांकि, उन्होंने घटना के बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं सेवादारों ने तो घटना और मौतों के बारे में भी कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया. इससे सवाल ये उठाता है कि और क्या है जो सेवादार छुपा रहे हैं. क्योंकि, घटना के बारे में जानकारी का न होना असंभव सी बात है.

सूरजपाल से भोले बाबा

कथावाचक साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा का नाम सूरजपाल है. इसका सफर आगरा से ही शुरू हुआ. बाबा दावा करता है कि उनका कोई गुरु नहीं है. उसे भोलेनाथ ने दर्शन दिए थे. तब से वो अपने आप को अध्यात्म के लिए समर्पित कर दिया. आगरा के केदार नगर में रहते-रहते उसके सफेद पोशाक से अपनी पहचान बनाना शुरू की. धीरे-धीरे बाबा बन गया और केदार नगर में बनी एक छोटी सी कुटिया से ही साम्राज्य का विस्तार करने लगा.

First Updated : Wednesday, 03 July 2024