बिहार की राजनीति में गरमाई बहस, तेजस्वी यादव का क्राइम बुलेटिन और बीजेपी-जेडीयू का पलटवार!
Bihar Politics: बिहार में तेजस्वी यादव ने सूबे की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर एक क्राइम बुलेटिन जारी किया, जिसमें उन्होंने 110 अपराधों की सूची पेश की. इस पर बीजेपी और जेडीयू ने जोरदार पलटवार किया, लालू यादव के शासनकाल को याद दिलाते हुए. क्या तेजस्वी के आरोपों का कुछ असर होगा? जानें, किसने कहा क्या और बिहार की राजनीति में क्या चल रहा है. पूरा पढ़ें!
Heated Debate In Bihar Politics: बिहार की राजनीति में अपराध और कानून व्यवस्था एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल ही में सूबे में बढ़ते अपराध के मुद्दे पर एक क्राइम बुलेटिन जारी किया, जिसमें उन्होंने 110 अपराधों की एक सूची पेश की. तेजस्वी का कहना है कि बिहार में अपराधियों की दिवाली है और कानून व्यवस्था का दिवाला निकल चुका है. उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि अगर किसी ने इस स्थिति को 'जंगलराज' कहा तो यह विशेषाधिकार केवल वर्तमान सरकार के संरक्षकों को ही है.
बीजेपी और जेडीयू का पलटवार
तेजस्वी यादव के इस हमले का जवाब देते हुए बीजेपी और जेडीयू ने कड़ा प्रहार किया है. बीजेपी बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसे विपक्ष का स्टंट करार दिया. उनका कहना है कि विपक्ष केवल टांग खींचने की बातें करता है, जबकि बिहार के विकास पर चर्चा करने के लिए उनके पास कुछ नहीं है. उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई होती है और गुनहगारों को सजा मिलती है.
बिहार में अपराधियों की दिवाली और क़ानून व्यवस्था का दिवाला है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 3, 2024
ख़बरदार खबरनवीसों! अगर किसी ने इसे जालिम राज, जंगलराज और दैत्य राज कहा तो? यह विशेषाधिकार तो इस राज के संरक्षकों और प्रधानमंत्री जी को ही है। विगत दिनों में रूह को कंपकंपाने वाली “मुख्य हत्याओं” का संक्षिप्त…
संजय जायसवाल, बीजेपी सांसद ने तेजस्वी के बुलेटिन पर लालू यादव के शासन काल को याद दिलाया. उन्होंने कहा कि लालू यादव के राज में बिहार में हत्या और अपहरण की घटनाएं आम थीं और उस समय अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं था. आज भी अपराध होते हैं लेकिन उन पर कार्रवाई होती है और अपराधियों को बचाया नहीं जाता.
जेडीयू की प्रतिक्रिया
जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने भी तेजस्वी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार की जनता जानती है कि किसने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए काम किया. उन्होंने यह भी कहा कि जनता समझती है कि पहले क्या होता था और अब क्या हो रहा है.
इस बार फिर से बिहार की राजनीतिक लड़ाई अपराध के मुद्दे पर केंद्रित हो गई है. तेजस्वी यादव ने जहां नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं वहीं बीजेपी और जेडीयू ने लालू राज की याद दिलाकर उन्हें घेरने की कोशिश की है. बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बहस जारी है और यह देखना होगा कि आने वाले समय में यह राजनीतिक बखेड़ा किस दिशा में जाता है.