मैं जिंदा हूं...बदमाश ने खुद को मारी गोली, अब दोस्त को फोन कर बताई पूरी कहानी, पुलिस के उड़े होश

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा था कि रुद्रेश उर्फ ​​आरडीएक्स ने रविवार को खुद को गोली मार ली थी. पुलिस को ऐसा तब लगा, जब पुलिस ने उसे और उसके एक साथ को घर में छिपे होने के दौरान घेर लिया था. क्योंकि जिस वक्त गोली चली, उस वक्त अपराधी के साथ मौजूद उसका दोस्त प्रीतम गोस्वामी ऊर्फ टीटी मृत पाया गया था.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

राजस्थान के कोटा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं. जहां एक अपराधी को जब पुलिस वालों ने घेर लिया तो उसने खुद को गोली मार ली थी. हालांकि, पुलिस को उसकी डेडबॉडी नहीं मिली. जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. वहीं, अब पुलिस को जानकारी लगी है कि अपराधी जिंदा है. ऐसा माना जा रहा है कि रुद्रेश उर्फ ​​आरडीएक्स ने रविवार को तब खुद को गोली मार ली थी, जब वह और उसके एक अन्य साथी नया नोहरा स्थित एक घर में छिपे हुए थे तथा पुलिस ने उन्हें घेर लिया था.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा था कि रुद्रेश उर्फ ​​आरडीएक्स ने रविवार को खुद को गोली मार ली थी. पुलिस को ऐसा तब लगा, जब पुलिस ने उसे और उसके एक साथ को घर में छिपे होने के दौरान घेर लिया था. क्योंकि जिस वक्त गोली चली, उस वक्त अपराधी के साथ मौजूद उसका दोस्त प्रीतम गोस्वामी ऊर्फ टीटी मृत पाया गया था.

जिसे समझा RDX वो TT निकला

DSP लोकेन्द्र पालीवाल ने बताया कि मृतक को शवगृह ले जाया गया, जहां सोमवार को उसके परिजनों ने उसकी पहचान प्रीतम गोस्वामी उर्फ ​​टीटी के रूप में की, जो एक अन्य कुख्यात अपराधी था. डीएसपी ने बताया कि रुद्रेश ने सोमवार सुबह खुद अपने एक दोस्त को अपने जिंदा होने की जानकारी दी थी तथा उस दोस्त ने इस बात की जानकारी उसके परिवार वालों को दी.

पुलिस को ऐसे दिया चकमा

डीएसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार पुलिस दल के पहुंचने के कुछ मिनट पहले ही रूद्रेश वहां से भाग गया था. शव की पहचान उसके परिवार द्वारा रुद्रेश के रूप में गलत की गई थी, क्योंकि उसका चेहरा क्षत-विक्षत अवस्था में था तथा कमरे में रुद्रेश का कुछ सामान भी मिला था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने घर से तीन हथियार भी बरामद किए.

अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, पुलिस टीम के वहां पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही रुद्रेश अपने ठिकाने से भाग गया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने घर से तीन हथियार भी बरामद किए. बूंदी जिले के मूल निवासी गोस्वामी कई सालों से कोटा में अपने माता-पिता के साथ रह रहे थे. उनके खिलाफ अलग-अलग पुलिस थानों में 15 से ज्यादा मामले दर्ज थे.

बता दें कि महावीर नगर थाने के अंतर्गत आने वाले एक इलाके में 26 जनवरी को एक पान दुकान के मालिक के भाई पर बंदूक से गोली चलाने के मामले में रुद्रेश और उसके तीन साथी वांछित थे.

सिगरेट ना देने पर की फायरिंग

चारों लोग एक कार में सवार थे और उन्होंने दुकान के मालिक से सिगरेट मांगी थी. जब उस व्यक्ति ने मना कर दिया, तो उनमें से एक ने कार के अंदर से गोली चला दी और दुकान के मालिक के भाई पवन सिंह को घायल कर दिया.

वह फिलहाल यहां न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचाराधीन है. चारों में से एक रजनीश पोटर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. रुद्रेश अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए तलाश जारी है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 


 

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04 February 2025, 09:39 AM IST

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