'मुझे यह कठिन कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा', चंपई सोरेन ने JMM से दिया इस्तीफा
Champai Soren resigns from JMM: झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया है. सोरेन ने कहा कि मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पार्टी अपनी दिशा खो चुकी है. सोरेन ने कहा कि जेएमएम मेरे लिए परिवार की तरह था और मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं पार्टी छोड़ दूंगा.
Champai Soren resigns from JMM: झारखंड के सियासी गलियारे के बड़ी खबर सामने आया है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने एक पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा. शिबू सोरेन को भेजे गए अपने पत्र में पूर्व सीएम ने दावा किया कि उन्हें हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पार्टी 'अपनी दिशा खो चुकी है'. सोरेन ने कहा, 'जेएमएम मेरे लिए परिवार की तरह था और मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं पार्टी छोड़ दूंगा. लेकिन पिछले कुछ दिनों में कुछ ऐसी चीजें हुईं, जिनसे मुझे बहुत दुख पहुंचा और मुझे यह कठिन कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.'
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चंपाई सोरेन ने आगे लिखा, 'जेएमएम मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा और मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे इसे छोड़ना पड़ेगा, लेकिन पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम की वजह से मुझे बहुत पीड़ा के साथ ये कठिन निर्णय लेना पड़ा.' सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार, चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल हो सकते हैं.'
पार्टी में कोई फोरम नहीं: चंपई सोरेन
इस बीचअपने पत्र में चंपाई सोरेन ने ये भी लिखा, 'आपके वर्तमान स्वास्थ्य की वजह से, आप सक्रिय राजनीति से दूर हैं और आपके अलावा पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है, जहां हम अपनी मन की पीड़ा को बता सकें. इस वजह से, मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं. आपके मार्गदर्शन में, झारखण्ड आंदोलन के दौरान और उसके बाद भी, मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है. आप सदैव मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे. अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें.
आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्याग-पत्र दिया।
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 28, 2024
झारखंड के आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों, पिछड़ों एवं आम लोगों के मुद्दों को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा। pic.twitter.com/ZpAmm2dopr
इस वजह से बीजेपी में जाने का किया फैसला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बीते दिन मंगलवार को पूर्व सीएम ने बीजेपी में जाने के फैसले को लेकर कहा था कि इस मुद्दे पर सिर्फ केंद्र की सत्ताधारी पार्टी ही गंभीर है और अन्य पार्टियां वोट के लिए अनदेखी कर रही हैं. उन्होंने कहा, 'इसलिए आदिवासियों की पहचान और अस्तित्व को बचाने के इस संघर्ष में मैंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आस्था जताते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है.