मैं हरियाणा की तकदीर-तस्वीर बदल दूंगा, अनिल विज ने CM पद के लिए ठोका दावा

Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही सियासी हलचल के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है. उन्होंने कहा कि  मैं हरियाणा में बीजेपी का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं. मैंने छह बार चुनाव लड़ा है. मैंने पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा. लेकिन लोगों की मांग पर मैं इस बार अपनी वरिष्ठता के आधार पर सीएम पद के लिए दावा करूंगा.

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Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. सभी पार्टियां एक दूसरे पर सियासी बयानों की बौछार कर जनता को लुभाने की कोशिश में लग गई है. इस बीच राज्य के सियासी गलियारों से बड़ी खबर सामने आई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और  पूर्व कैबिनेट मंत्री और अंबाला छावनी से विधायक अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक दिया है. उन्होंने कहा,  'मैं हरियाणा में बीजेपी का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं. मैंने छह बार चुनाव लड़ा है. मैंने पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा. लेकिन लोगों की मांग पर मैं इस बार अपनी वरिष्ठता के आधार पर सीएम पद के लिए दावा करूंगा.'

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अनिल विज इस बार अंबाला कैंट से अपना चुनावी दम दिखाएंगे. वहीं चुनाव कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया.  साथ ही अपनी इच्छा भी जाहिर कर दी.

'CM बना तो, राज्य की तकदीर-तस्वीर बदल दूंगा'

अनिल विज ने आगे कहा कि मैं जहां- जहां गया सबने मुझसे एक ही बात कही कि आप भाजपा में सबसे सीनियर नेता हैं, ऐसे में आप मुख्यमंत्री क्यों नहीं बने? ऐसे में इस बार सबकी मांग पर इस बार सबसे सीनियर होने के नाते सीएम पद के लिए दावा पेश करूंगा.  वहीं राज्य में अगर बीजेपी की सरकार बनती है और पार्टी ने मुझे सीएम पद सौंपा तो मैं हरियाणा की तकदीर और तस्वीर दोनों को बदल के रख दूंगा.

'CM पद का फैसला हाईकमान के हाथ में'

दरअसल विज ने यह साफ किया  कि इसका फैसला 'हाईकमान' के हाथ में है. उन्होंने कहा कि मुझे सीएम बनाना है या नहीं, यह हाईकमान के हाथों में है. आपको बता दें कि अनिल विज अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. मनोहर लाल खट्टर की सरकार के दौरान वे हरियाणा के गृह मंत्री थे और हाल ही में हुए फेरबदल में उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था, जिसमें नायब सिंह सैनी ने सीएम पद की शपथ ली थी. वहीं इससे पहले विज ने मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उन्हें अपनी पार्टी में 'पराया' बना दिया है.

CM पद को लेकर क्या भाजपा का रुख?

अनिल विज के बयान से पहले ही भाजपा स्पष्ट कर चुकी है कि अगर उनकी सत्ता में दोबारा वापसी होती है तो वह सत्ता में लौटती है तो नायब सिंह सैनी ही मुख्यमंत्री रहेंगे. चुनाव में अब कुछ ही सप्ताह शेष रह गए हैं, ऐसे में उनके निर्णय के समय के बारे में पूछे जाने पर अनिल विज ने कहा कि लोगों के उनसे मिलने आने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया.  गौरतलब है कि मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हरियाणा की 90 विधानसभा सीट के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे. 

First Updated : Sunday, 15 September 2024