अगर ED का नियंत्रण शिवसेना को दे दिया जाता है, तो फडणवीस भी हमारे पक्ष में मतदान करेंगे : राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का नियंत्रण उनकी पार्टी को दे दिया जाता है, तो भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी शिवसेना के पक्ष में मतदान करेंगे। राउत की प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में शुक्रवार को राज्यसभा की छह सीट के लिए हुए चुनाव में छठी सीट पर शिवसेना प्रत्याशी संजय पवार की हुई हार की पृष्ठभूमि में आई है।
मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का नियंत्रण उनकी पार्टी को दे दिया जाता है, तो भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी शिवसेना के पक्ष में मतदान करेंगे। राउत की प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में शुक्रवार को राज्यसभा की छह सीट के लिए हुए चुनाव में छठी सीट पर शिवसेना प्रत्याशी संजय पवार की हुई हार की पृष्ठभूमि में आई है। इस सीट पर लड़ाई भाजपा और शिवसेना के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई थी। महाराष्ट्र में राज्यसभा की छठी सीट पर भाजपा के धनंजय महाडिक को मिली जीत का श्रेय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस को दिया जा रहा है। महाडिक ने राज्यसभा की छठी सीट के लिये हुए चुनाव में शिवसेना के संजय पवार को हराया।
चुनाव से पहले राउत ने आरोप लगाया था कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल निर्दलीय और छोटे दलों पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बनाने में कर रही है। कुछ निर्दलीयों और छोटे दलों ने शिवसेना को समर्थन देने का वादा किया था, लेकिन भाजपा प्रत्याशी की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
राउत ने संवाददाताओं से रविवार को बतचीत करते हुए कहा, ‘‘अगर ईडी का नियंत्रण दो दिनों के लिए हमें दे दिया जाता है, तब देवेंद्र फडणवीस भी हमारे लिए मतदान करेंगे।’’ शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने महाराष्ट्र में भाजपा को राज्यसभा की तीन सीट पर मिली जीत को शनिवार को ‘‘खरीद-फरोख्त के जरिये हासिल विजय’’करार दिया था।
उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भी विपक्षी पार्टी (भाजपा) का पक्ष लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने भाजपा पर निर्वाचन आयोग पर दबाव डालने का आरोप लगाया था। राउत ने कहा, ‘‘कुछ घोड़े ऊंची कीमत पर बिक्री के लिए थे, जिन्होंने हमारे प्रत्याशी के पक्ष में मतदान का वादा करने के बावजूद पाला बदल लिया।’’ जब इस टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो राउत ने रविवार को कहा, ‘‘हम केवल अपनी भावना व्यक्त कर रहे थे। वे (जिन्होंने शिवसेना के पक्ष में मतदान नहीं किया) और साथ ही भाजपा को पता है कि हम क्या कह रहे हैं।’’